बिहार से यह बड़ी खबर है। किशनगंज जिला के दिघलबैंक प्रखंड के गोवाबाड़ी में 1.41 करोड़ रुपये की लागत से बना पुल कांकई नदी की धारा में बह गया। लोगों का आरोप है कि पुल निर्माण में धांधली बरती गई थी।
पिछले साल जून में पुल बनाने का काम शुरू हुआ। इस साल जून तक पुल बनकर तैयार हो गया था। इसका उद्घाटन नहीं हुआ था। इसका एप्रोच रोड भी नहीं बना था। इस बीच स्थानीय लोगों ने चचरी का एप्रोच पथ बना कर इससे होकर आवागमन शुरू कर दिया था।
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब एक महीने में कंकई नदी में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है। लेकिन बताने के बावजूद प्रशासन व जल संसाधन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली। पुल के करीब दो किमी दूर एक टूटी कच्ची सड़क है, जो बना दी जाती तो नदी की धार पुल तक नहीं आती और यह बच जाता।
स्थानीय लोगों के अनुसार यह पुल इलाके के करीब छह दर्जन गांवों के लिए बड़ा सहारा बनता। इस पुलि के निर्माण के लिए लोगों ने काफी संघर्ष किया था। लोगों ने कहा कि पुल के साथ उनका यह संघर्ष भी नदी नहीं भ्रष्टाचार की धार में बह गया है।