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मधुबनी जिले के बिस्फी से बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल ने विवादित बयान दिया है. दरभंगा में आदि कवि विद्यापति की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह के दूसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन करने पहुंचे बचोल ने कहा, ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में वैर रखना दुनिया का सबसे बड़ा झूठ है.’
उन्होंने इशारों में एक संप्रदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाते हुए कहा, ‘वे खूब काम करते हैं, खून देते हैं लेकिन लोग उन्हें वोट नहीं देते क्योंकि वे भारतीय जनता पार्टी से आते हैं.’ विद्यापति पर्व समारोह के मंच से लोगों को संबोधित करते हुए बचोल ने कहा, ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में वैर रखना दुनिया में सबसे बड़ा झूठ है, मजहब खूब सिखाता है आपस में वैर करना, मजहब सिखाता है कि कोई आपकी बात नहीं मानता है तो काट दो, रेप कर दो. लेकिन हमारी संस्कृति सिखाती है कि पत्थर में भी भगवान हैं, हर चीज में देवता हैं. पांच सौ साल पहले तुलसी दास ने लिखा कि जड़-चेतन सब में भगवान हैं.’
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बचोल ने कहा, ‘हम जड़-चेतन सबमें भगवान मानने वाली संस्कृति के वाहक हैं. लेकिन हमको मिला क्या, सन 1947 में क्या मिला, आज क्या मिलता है, खून देकर काम करता हूं, लेकिन हरिभूषण ठाकुर नाम है, खून देता हूं, लेकिन वोट लोग नहीं देते हैं. क्यों नहीं देते हैं क्योंकि मैं भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा हूं.’
उन्होंने कहा, ‘हम राम-कृष्ण, गीता, आदि शंकराचार्य और विद्यापति को मानने वाले लोग हैं. लेकिन जब इनकी चर्चा करते हैं तो लोगों को लगता है कि ये हमारे मजहब के दुश्मन हैं. हो सकता है कि 47 के पहले, 69-71 से पहले बांग्लादेश में भी विद्यापति पर्व मनाया जाता हो, होली-दिवाली, रामायण, गीता कश्मीर में भी हुआ करते थे. लेकिन अब कहां हैं. हो सकता है कि सौ-दो सौ साल में दरभंगा से भी चले जाएं इसलिए सभी लोग संकल्प लें कि मर जाएंगे, कट जाएंगे लेकिन अपनी संस्कृति को नहीं छोड़ेंगे.’