देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी। रविवार को पार्टी द्वारा आयोजित पहली वर्चुअल रैली में गृह मंत्री ने कहा कि बिहार में चुनाव होना है। हमें पूरा भरोसा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो-तिहाई बहुमत के साथ एनडीए की फिर सरकार बनेगी। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को उत्तर बिहार के पांच जिलों के कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद किया। इसमें वीसी के माध्यम से उन्होंने कार्यकर्ताओं से कोरोना से लेकर स्थानीय मुद्दों और सरकार की उपलब्धियों तक पर बात की। दूसरी ओर राजद ने पटना समेत पूरे प्रदेश में थाली-लोटा और कटोरा बजाकर भाजपा की वर्चुअल रैली का प्रतिकार किया। वहीं युवा कांग्रेस ने इसके खिलाफ काले गुब्बारे उड़ाए।
जंगलराज से जनता राज
वर्चुअल रैली के तहत बिहार जनसंवाद कार्यक्रम में दिल्ली से ही 45 मिनट के ऑनलाइन संबोधन में गृह मंत्री ने बिहार में हुए बदलावों की खुलकर चर्चा की। कहा कि लालटेन युग समाप्त हो चुका है और अब एलईडी युग आ चुका है। एनडीए ने ‘लूट एंड ऑर्डर’ से ‘लॉ एंड ऑर्डर’ का शासन कायम किया। लाठीराज से कानून राज, जंगलराज से जनता राज, बाहुबल से विकास बल और चारा घोटाला से डीबीटी तक का सफर एनडीए ने तय किया है।
कोरोना काल में बिहार सरकार के कार्यों की खुलकर सराहना करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार-सुशील मोदी के नेतृत्व में शानदार काम हुआ है जिसके लिए मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हूं। बिहार के पास ज्यादा संसाधन नहीं हैं लेकिन सरकार ने खजाना और मन खोलकर लोगों की मदद की। 30 लाख परिवारों को 210 करोड़, राशन कार्डधारकों 1141 करोड़, पेंशन मद में 1070 करोड़, बाहर फंसे श्रमिकों के खाते में 203 करोड़, किसानों को फसल नुकसान मद में 417 करोड़, मध्याह्न भोजन में 387 करोड़, प्रखंड क्वारंटाइन केंद्रों के संचालन के लिए 777 करोड़, कोरोना संक्रमण की जांच के लिए 703 करोड़, पंचायत स्तर पर साबुन, मास्क बांटने के मद में 160 करोड़ मिलाकर कुल 8532 करोड़ खर्च किए गए।
प्रवासी श्रमिकों पर गृह मंत्री ने कहा कि वे चिंता नहीं करें। देश मे जो भी विकसित राज्य हैं वहां बिहार के मजदूरों के पसीने की खुशबू है। प्रवासियों के लिए सरकार चिंतित है। तभी उन्हें विशेष ट्रेनों से सुरक्षित घर लाया गया है। केंद्र ने 20 लाख करोड़ पैकेज की घोषणा की है जिसका लाभ बिहार को भी मिलेगा। मखाना क्लस्टर बनेगा।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रसिद्धि में नीतीश-मोदी कच्चे हैं। चुपचाप रहकर काम करते हैं। लेकिन विपक्ष है कि कुछ किए बिना ही सड़क पर आकर थाली बजाने लगता है। इसी बहाने यह भी साबित हो गया कि विपक्ष ने भी पीएम मोदीजी की ताली-थाली को मान लिया। सरकार पर सवाल उठाने वाले बता दें कि वे कोरोना काल में दिल्ली में थे या बिहार में।
वर्चुअल रैली को विपक्ष की ओर से चुनावी रैली बताए जाने पर शाह ने कहा कि जनसंवाद करना भाजपा का संस्कार है। आज वक्रदृष्टि और परिवारवाद वाले लोगों को अपना चेहरा देखना चाहिए। सरकार पर सवाल उठाने से पहले 1990 से 2005 के शासनकाल को याद कर लें। 3.99 विकास दर छोड़कर गए थे जिसे एनडीए 11.3 फीसदी तक लाया। 23 हजार करोड़ का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ को पार कर गया। 22 फीसदी घरों में बिजली थी जो आज 100 फीसदी हो गई है। 17 फीसदी औद्योगिक विकास दर है।