बिहर में राज्यभर की दवा दुकानें बुधवार 22 जनवरी से तीन दिनों के लिए बंद रहेंगी। बिहार केमिस्ट एंड ड्र’गिस्ट एसोसिएशन (बीसीडीए) ने अपनी मांगों को लेकर राज्यव्यापी बंद की घोषणा की है।
इसमें फार्मासिस्टों की समस्या के समाधान होने तक पूर्व की व्यवस्था लागू रहने देने, दवा दुकानदारों का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई पर रोक, दवा दुकानों के निरीक्षण में एकरूपता और पारदर्शिता रहने, विभागीय निरीक्षण के दौरान उत्पी’ड़न पर रोक आदि शामिल हैं।
संघ ने राज्य सरकार को आकस्मिक दवाओं की व्यवस्था करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि हड़ताल के दौरान किसी घ’टना की जवाबदेही सरकार पर होगी। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की उपस्थिति और विभागीय निरीक्षण के दौरान तकनीकी गलतियों के नाम पर दुकानदार को प्र’ताड़ित किया जाता है। राज्य में निर्गत अनुज्ञप्ति के अनुपात में रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट की घोर कमी है। इसे दूर करने के लिए सरकार के स्तर पर कदम उठाने की जगह दवा दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है।
संघ के अध्यक्ष परसन कुमार सिन्हा ने सोमवार को कहा कि इस बंद से अस्पतालों की दवा दुकानें व इमरजेंसी दवाओं की आपूर्ति को मुक्त रखा गया है। पहले सभी प्रकार की दुकानों को बंद करने की घोषणा संघ द्वारा की गई थी।