रामनवमी के शुभ अवसर पर पूरे देश की निगाहें पटना के महावीर मंदिर पर टिकी रहती थी।श्रद्धालुओं का तांता 24 घण्टे पहले से महावीर मंदिर के गेट से करीब 2 से 3 किलोमीटर की दूरी तक लग जाता था।
लेकिन इस बार कोरोना संकट की वजह से 21 दिनों के चल रहे लॉक डाउन में ऐतिहासिक तौर पर देश के तमाम मंदिरों और मस्जिदों को बन्द कर दिया गया है। धार्मिक अनुष्ठानों को भी सीमित कर दिया गया है। इसी कड़ी में वर्षों बाद महावीर मंदिर में बगैर आचार्य किशोर कुणाल के ध्वजारोहण का अनुष्ठान संपन्न होगा।
जिला प्रशासन ने आचार्य किशोर कुणाल को नहीं दिया पास
37 साल बाद यह पहला मौका होगा जब महावीर मंदिर में होनेवाले ध्वजारोहण में आचार्य किशोर कुणाल शामिल नहीं हो पाएंगे। कोरोना संकट से बचाव हेतु पूरे देश मे 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा है।
मंदिरों,मस्जिदों,गुरुद्वारों और गितजघरों को भी बन्द कर दिया गया है। इसे देखते हुए किशोर कुणाल को ध्वजारोहण किया अनुमति जिला प्रशासन के द्वारा नहीं दी गयी।
गौरतलब है कि पूरी दुनिया कोरोना से त्राहिमाम कर रही है। इस संकट ने बहुत सारे धार्मिक कायदे भी बदल डाले हैं।