सहरसा रेलवे स्टेशन से 17 किलोमीटर दूर सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के बलवाहाट काठो में अवस्थित मटेश्वरधाम शिव मंदिर का पौराणिक महत्व है। यहां सावन में बाबा मटेश्वरनाथ महादेव पर जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि मटेश्वर महादेव परम दयालु हैं। इनके दर पर कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है। सच्चे मन से जो भी बाबा की पूजा-अर्चना व जलाभिषेक करते हैं, उनकी मुरादें अवश्य पूरी होती है।
अद्भुत है काले पत्थर का बना शिवलिंग
काले पत्थर वाला मटेश्वर धाम का शिवलिंग अद्भुत है। यह है शिवलिंग पाताल से निकला हुआ है, इस शिवलिंग के चारो ओर १.१/२ इंच की गोलाई मे अनन्त गहराई है जिसमे सालो भर जल भरा रहता है | इसका स्तर गर्मी के महीने मे उपर रहता है ओर ठंडा के महीने मे १/२-१ इंच नीचे चला जाता है | ऐसा माना जाता है की शिवलिंग के चारो ओर आ रहे जल हिमालय/गंगोत्री से आ रहा है | इस जल को यहा प्रसाद के रूप मे ग्रहण करते हैं |
कहा जाता है कि यह शिवलिंग पताल से स्वयं अंकुरित हुआ है। धार्मिक विद्वानों का मानना है कि ऐसे ही शिवलिंग की चर्चा शिवपुराण में है जो पाताल से प्रस्फुटित हुआ है और इसका संपर्क पृथ्वी से नहीं है।
कैसे पहुँचे –
निकटतम रेलवे स्टेशन : सहरसा (17 किलोमीटर)
निकटतम हवाई अड्डा : दरभंगा (96 किलोमीटर)