कोरोना वायरस के संक्रमण काल में जान का परवाह किए बगैर ड्यूटी कर रहे बिहार पुलिस के जवानों ने कोविड-19 के संक्रमण से बचाव कार्य के लिए सीएम राहत कोष में दान दिया है। सिपाही- हवलदार संवर्ग के पुलिसकर्मियों ने कोरोना से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में आठ करोड़ रुपये का अंशदान किया है। इसके लिए 80 हजार पुलिसकर्मियों ने अपने वेतन से एक-एक हजार रुपये का अंशदान किया है। इसकी कटौती वेतन से की जायेगी।
गौरतलब है कि वेतन में कटौती के लिए बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने डीजीपी को पत्र लिखकर सभी की ओर से सहमति दे दी है। नरेंद्र कुमार धीरज ने बताया कि आपदा की इस घड़ी में लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिये स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मुस्तैद हैं। इसके बाद भी पुलिसकर्मी व्यक्तिगत सहभागिता करना चाहते हैं। ऐसे में पुलिसकर्मी अपने वेतन से एक- एक हजार रुपये का अंशदान दे रहे हैं। डीजीपी को पत्र भेजे जाने से पहले पुलिस मेंस एसोसिएशन की राज्य स्तरीय कमेटी ने जिलों की सभी इकाइयों से बात की थी। सभी के सहमति पत्र आने के बाद नरेंद्र कुमार धीरज की ओर से 80 हजार सिपाही- हवलदार की ओर से अंशदान के प्रस्ताव भेज दिया गया।
गौरतलब है कि बिहार में भी कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। राज्य में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 39 हो गई है। पिछले 25 दिनों में कुल 4596 नमूनों की जांच की गयी, जिसमें कुल 39 लोगों में कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है। सर्वाधिक 10 कोविड-19 पॉजिटिव संक्रमितों की संख्या सीवान जिले में है। सीवान में एक दिन में एक ही परिवार के चार लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे। दूसरी ओर जांच के दौरान 4496 नमूने निगेटिव पाये गये हैं।