नेपाल के तराई क्षेत्रों सहित बिहार के लगभग हिस्से में हुई भारी बारिश के कारण यहाँ की नदियॉं एक बार फिर से उफान पर है । मंगलवार देर शाम से बुधवार सुबह तक हुई बारिश ने यहाँ के नदियों को कछार छोड़ने पर मजबुर कर दिया है । इस 12 घंटे में पटना में 94.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई । यही नहीं पूरे अगस्त में 141.4 मिमी बारिश हुई थी । इस हिसाब से अगस्त की 86% बारिश मंगलवार रात से 12 घंटे में हुई । गांधी घाट के बाद अब दीघा में भी खतरे के निशान से ऊपर हो गया है । इस कारण से पटना समेत 6 जिलों में हाई अलर्ट ।
गंगा गांधी घाट के बाद बुधवार को दीघा में भी लाल निशान को पार कर गई । गंगा में उफान के बाद पटना, बक्सर, भागलपुर, भोजपुर, वैशाली व सारण में हाई अलर्ट कर दिया गया है। राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की 8 टीमें तैनात की गई हैं ।
गंगा, पुनपुन व सोन लाल निशान के पार
तेज बारिश के कारण गंगा, सोन और पुनपुन नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। तीनों नदियां पटना में खतरे के निशान को पार कर गई हैं। जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोगों से संपर्क टूट गया है। प्रशासन पांच नावों को संचालित कर रहा है ताकि विकट परिस्थिति में लोगों को गांवों से निकाला जा सके। बिंद टोली व एलसीटी घाट के पास रहने वाले लोगों को वहां से हटने को कहा गया है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की पांच टीमें लगातार गंगा में गश्त कर रही हैं। डीएम कुमार रवि ने बुधवार की सुबह पांच घाटों का निरीक्षण किया।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को अपराह्न दो बजे तक दीघाघाट में गंगा का जलस्तर 50.27 मीटर था जो बुधवार की सुबह छह बजे तक 50.57 मीटर हो गया जबकि यहां खतरे का निशान 50.45 मीटर है। गांधीघाट में गंगा खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हथिदह में गंगा का जलस्तर लाल निशान से 24 सेमी ऊपर रहा। सोन नदी का मनेर में जलस्तर बुधवार की सुबह तक 52.52 मीटर हो गया। यहां नदी खतरे के निशान से 52 सेमी है। पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में बुधवार की सुबह 49.90 मीटर हो गया। यहां नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है।