बिहार की नीतीश सरकार ने एक बार फिर से दरभंगा एयरपोर्ट को बड़ी सौगात दी है। दरअसल सोमवार को हुई बिहार कैबिनेट की बैठक में इस एयरपोर्ट के लिए 78 एकड़ जमीन सहित भूमि के अधिग्रहण को लेकर मुआवजा के लिए 336 करोड़ 76 लाख की स्वीकृति दी है। इसमें 54 एकड़ में सिविल इन्क्लेव का निर्माण होगा, वहीं शेष भूमि में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम स्थापित किया जाएगा जिससे कुहासे में भी विमान सेवा बाधित नहीं होगी।
दरभंगा के लिए बिहार कैबिनेट के इस फैसले से मिथलांचल में खुशी की लहर है। अब मिथला क्षेत्र के लोगो का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने का सपना जल्द पूरा होगा। दरभंगा एयरपोर्ट को पहले 31 एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई गई थी फिर उसे बढ़ा कर 78 एकड़ कर दिया गया था। अब दरभंगा एयरपोर्ट को प्रयाप्त जमीन मिलने से अंतरराष्ट्रीय उड़ान का सपना जो मिथिला वासियो ने देखा है वो भी पूरा हो सकेगा।
आठ नवंबर 2020 को केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत यहां से विमान सेवा आरंभ होने के बाद से इस एयरपोर्ट के हिस्से में एक से बढ़़कर एक उपलब्धि आती जा रही है। दरभंगा में हवाई हड्डा से नागरिक विमान सेवा शुरू होने से न सिर्फ मिथिलावासियों को हवाई सेवा करने में इसका फायदा मिला बल्कि दरभंगा में नए व्यवसाय के भी अवसर के द्वार खुल गए हैं। रोजाना दरभंगा से फिलहाल 10 से 12 विमान महानगरों से आते और जाते हैं। महज एक साल में ही दरभंगा का नया नवेला हवाई अड्डा लगातार नई उड़ान को छू रहा है।
दरभंगा। बिहार की नीतीश सरकार ने एक बार फिर से दरभंगा एयरपोर्ट को बड़ी सौगात दी है। दरअसल सोमवार को हुई बिहार कैबिनेट की बैठक में इस एयरपोर्ट के लिए 78 एकड़ जमीन सहित भूमि के अधिग्रहण को लेकर मुआवजा के लिए 336 करोड़ 76 लाख की स्वीकृति दी है। इसमें 54 एकड़ में सिविल इन्क्लेव का निर्माण होगा, वहीं शेष भूमि में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम स्थापित किया जाएगा जिससे कुहासे में भी विमान सेवा बाधित नहीं होगी।
दरभंगा के लिए बिहार कैबिनेट के इस फैसले से मिथलांचल में खुशी की लहर है। अब मिथला क्षेत्र के लोगो का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनने का सपना जल्द पूरा होगा। दरभंगा एयरपोर्ट को पहले 31 एकड़ भूमि की आवश्यकता बताई गई थी फिर उसे बढ़ा कर 78 एकड़ कर दिया गया था। अब दरभंगा एयरपोर्ट को प्रयाप्त जमीन मिलने से अंतरराष्ट्रीय उड़ान का सपना जो मिथिला वासियो ने देखा है वो भी पूरा हो सकेगा।
आठ नवंबर 2020 को केंद्र सरकार की उड़ान योजना के तहत यहां से विमान सेवा आरंभ होने के बाद से इस एयरपोर्ट के हिस्से में एक से बढ़़कर एक उपलब्धि आती जा रही है। दरभंगा में हवाई हड्डा से नागरिक विमान सेवा शुरू होने से न सिर्फ मिथिलावासियों को हवाई सेवा करने में इसका फायदा मिला बल्कि दरभंगा में नए व्यवसाय के भी अवसर के द्वार खुल गए हैं। रोजाना दरभंगा से फिलहाल 10 से 12 विमान महानगरों से आते और जाते हैं। महज एक साल में ही दरभंगा का नया नवेला हवाई अड्डा लगातार नई उड़ान को छू रहा है।
लीची के सीजन में जब पहली बार दरभंगा हवाई अड्डा से कृषि उड़ान के तहत विमान ने उड़ान भरा जिसमें मुजफ्फरपुर की शाही लीची को मुम्बई भेजा गया तो किसानो के बीच खुशी देखते ही बन रही थी। दरभंगा एयरपोर्ट पर लगातार यात्रियों की आवाजाही नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, ऐसे में अब बिहार का पुराने एयरपोर्ट पटना से भी नया नवेला एयरपोर्ट दरभंगा आगे बढ़ता दिख रहा है। 8 नवंबर 2020 को दरभंगा से हवाई सेवा शुरू की गई थी और 2 सितंबर 2021 तक ही चार लाख से ज्यादा यात्रियों ने यहां से सफर कर लिया था।
एयरपोर्ट पर हर दिन 10 से 12 विमान की आवाजाही होती है और 1500 से 2500 यात्री यहां आते और जाते हैं, ऐसे में दरभंगा एयरपोर्ट चालू होने से लोगों को विशेष लाभ मिल रहा है। बिहार सरकार के इस फैसले पर इलाके के कद्दावर नेता और जल संसाधान मंत्री संजय झा ने ख़ुशी जाहिर की है। संजय झा ने ट्विटर पर लिखा मिथिला के लोगों की ओर से मैं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी द्वारा #दरभंगा हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए 78 एकड़ भूमि के अधिग्रहण हेतु 336 करोड़ रुपये आवंटित करने के लिए अपना आभार व्यक्त करता हूँ।