बिहार में गंगा और गंडक के कहर से परेशान लोगों से सीएम नीतीश कुमार आज मुखातिब होते हुए बोले कि फरक्का से 16 लाख क्युसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है । जल्द ही जल स्तर में कमी आएगी । बिहार में गंगा नदी उफान पर है। इस समय गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते गंगा का पानी लोगों की घरों घुसने लगा है। लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने इसका उपाय कर दिया है। सीएम नीतीश ने सोमवार को राजधानी के पुनाई चौक में आयोजित मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान फरक्का बराज समस्या पर बात की।
उन्होंने कहा कि सूबे में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए फरक्का बराज के गेट खोले गए हैं। सामान्य से 16 लाख क्यूसिक ज्यादा पानी डिस्चार्ज कराया जा रहा है। गंगा से जैसे – जैसे पानी का डिस्चार्ज होगा वैसे – वैसे बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत मिलेगी। केंद्र सरकार की पहल पर फरक्का बराज के 109 गेट खोल दिए गए हैं।
आपको बता दें कि सूबे में गंगा का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में सीएम नीतीश ने फरक्का बराज से पानी के डिस्चार्ज को लेकर शनिवार को पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्र से बात की थी। उन्होंने बातचीत में फरक्का बराज से समुचित जलश्राव को सुनिश्चित कराने के संबंध में बात की थी। सीएम के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की टीम को फरक्का के लिए रवाना किया गया था।
गंडक नदी के जलस्तर में गिरावट से राहत
उधर, गंडक नदी के जलस्तर में भी गिरावट आई है। जिससे लोगों को राहत मिली है। वाल्मीकिनगर बराज से 48800 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अब बाढ़ का कोई खतरा नहीं दिखाई दे रहा है।