पटना. राजद को झटका पर झटका लग रहा है. गठबंधन बनाने की बात तो दूर वो अपना कुनबा भी बचाने में नाकाम होता दिख रहा है. मीडिया रिपोर्टों की माने तो शरद की जदयू में वापसी अब लगभग तय है, वहीं लालू के बेहद करीबी रहे तीन नेताओं के जदयू में आने की चर्चा है.
कहा जा रहा है कि लालू के करीबी उन तीनों नेताओं से ललन सिंह बात कर रहे हैं, जबकि सेहत जानने के बहाने नीतीश और शरद के बीच बातचीत हुई है. अगर इन चार नेताओं की जदयू में इंट्री होती है तो यह राजद के लिए बडा झअका होगा और नीतीश जदयू में सामाजिक हिस्सेदारी को और मजबूत कर लेंगे. शरद के जदयू में आने से यादव का कुछ वोट नीतीश पाने में कामयाब हो सकते हैं, ऐसा राजनीतिक जानकारों का मानना है.
याद रहे कि विधायक प्रेमा चौधरी, महेश्वर यादव, अशोक कुमार, चंद्रिका राय, फराज फातमी, जयवर्धन यादव जैसे कद्दावर चेहरे पहले ही राजद से जदयू में आ चुके हैं. इससे पहले भी पांच एमएलसी दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, कमरे आलम और रणविजय सिंह जेडीयू का दामन थाम चुके हैं.
गौरतलब है कि बिहार में करीब दो महीने बाद विधानसभा चुनाव है. चुनावी आहट के साथ राजनेताओं का एक दल से दूसरे दल में भगदड़ शुरू हो गयी है. राजद के टिकट पर लोक सभा चुनाव लड़ने वाले शरद यादव एक माह से बीमार होने की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं. शरद यादव से जदयू के नेता संपर्क में हैं. एलजेडी राष्ट्रीय महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने इस बात की पुष्टि की है कि सीएम नीतीश कुमार ने शरद यादव से बात की है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने शरद यादव से तबीयत को लेकर कुशल क्षेम पूछा, लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं होता.