कोरोना को लेकर बिहार विधानसभा का बजट सत्र खत्म कर दिया गया है। स्पीकर विजय चौधरी ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है। सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं कि विधान सभा स्थगित करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। कोरोना को देखते हुए यह बहुत जरूरी था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिन देशों ने में लॉक डाउन किया गया है, वहां वायरस कम फैला है। उत्तरप्रदेश और नेपाल में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि मास्क का प्रयोग स्वस्थ्य व्यक्तियों के लिए जरूरी नहीं है। मास्क उनके लिए है जो बीमारी से पीड़ित हैं।
मुख्यमंत्री ने कोरोना को लेकर जरूरी जानकारी साझा करते हुए कहा कि जो भी मास्क लगाते हैं, तो उसका निस्तारण भी करें। एक मास्क 6 से 8 घंटे लगा सकते हैं। इसके बाद उस मास्क को प्रयोग करने के बाद जला दें।
उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए सभी प्रकार के सरकारी आयोजनों को रोक दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग 100 अतिरिक्त वेंटिलेटर लगा रही है। लोगों को सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि मास्क की जरूरत संक्रमित लोगों को है या फिर वैसे व्यक्ति को जो इलाज करा रहे हों। स्वास्थ्य व्यक्ति के लिए नहीं।
कोरोना को लेकर राज्य सरकार की तैयारियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार-नेपाल सीमा पर 49 जगह जांच की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों का राज्य सरकार मुख्यमंत्री चिकित्सा योजना के तहत फ्री इलाज कराएगी।
यही नहीं किसी की मृत्यु होती है तो मुख्यमंत्री सहायता कोष से 4 लाख रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 31 मार्च के बाद अगर जरूरत पड़ी तो विधानसभा सत्र चलाने पर सभी निर्णय भी ले सकते हैं। सरकारी कर्मियों को अल्टरनेट डे कार्यालय बुलाने की व्यवस्था की जाएगी।