बस कुछ घंटे का इंतजार है। बिहार एक बार फिर नया इतिहास बनाने को बेताब है। आज मानव श्रृंखला का नया वल्र्ड रिकॉर्ड बनेगा। रविवार को पूर्वाह्न् 11.30 बजे से 12 बजे तक राज्य के 4 करोड़ 27 लाख से ज्यादा लोग एक-दूसरे का हाथ थाम कर ‘जल-जीवन-हरियाली अभियान, नशामुक्ति, दहेज प्रथा एवं बाल विवाह उन्मूलन’ के समर्थन में संकल्प लेंगे और देश-दुनिया को नया संदेश देंगे।
सरकार ने मानव श्रृंखला के दौरान सुरक्षा और ट्रैफिक की चाक-चौबंद व्यवस्था की है। मुख्य सचिव दीपक कुमार और डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने सभी जिलों को विशेष हिदायतें दी हैं। हर जिले में आकस्मिक सेवा को बहाल रखा गया है। दौरान एम्बुलेंस, चिकित्सकों की टीम, पेयजल हेतु वाटर टैंकर के अलावा चलंत और अस्थायी शौचालय का इंतजाम किया गया है।
इधर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन शनिवार को भी दिनभर अपने कार्यालय कक्ष में डटे रहे और सभी जिलों से मानव श्रृंखला की मुकम्मल तैयारियों के बारे में अफसरों से जानकारी लेते रहे।
जिलों से प्राप्त सूचना के आधार पर मानव श्रृंखला की कुल लंबाई 16419.31 किमी होगी। इसमें मुख्य मार्ग पर 4972.9 किमी और उप मार्ग पर 10390.41 किमी की लंबाई होगी। अन्य मार्ग पर 285 किमी लंबाई होगी। सभी सरकारी विद्यालय, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के अलावा प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थी और शिक्षक श्रृंखला में हिस्सा लेंगे। निजी विद्यालयों के करीब 30 लाख विद्यार्थियों की भागीदारी की संभावना है। गांव से लेकर शहर तक मानव श्रृंखला की एरियल फोटोग्राफी होगी। इसके लिए 15 हेलीकाप्टर की सेवाएं ली जा रही हैं।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के मुताबिक राज्य के सभी पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व के स्थलों पर भी मानव श्रृंखला बनेगी। मुख्य मंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के आलोक में बोधगया, विद्यापति नगर (समस्तीपुर), जानकी स्थल (सीतामढ़ी), भितरहवा के गांधी आश्रम और लखनसेन बड़हरवा, जहां महात्मा गांधी ने बुनियादी विद्यालय की स्थापना की थी और केसरिया (बौद्ध स्तुप) समेत अन्य पौराणिक व सांस्कृतिक महत्व के स्थलों को मानव श्रृंखला से जोड़ने का आदेश दिया गया है।
प्रदेश भर के मानव श्रृंखला का मुख्य केंद्र पटना का गांधी मैदान होगा। गांधी मैदान से चार दिशाओं में मानव श्रृंखला का जुड़ाव होगा। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा एवं यूनाइटेड नेशंस के प्रतिनिधि अतुल बगाई, तुषार गांधी, जलपुरुष राजेंद्र सिंह समेत अन्य विशिष्ट लोग, मंत्री व आला अधिकारी मौजूद रहेंगे। अपर मुख्य सचिव आरके महाजन मुताबिक दो हजार व्यक्ति प्रति किलोमीटर की दर से 3.27 करोड़ तथा प्रत्येक वार्ड में सौ के हिसाब से एक करोड़ यानी कुल 4.27 करोड़ लोगों के शामिल होने की संभावना है। गांधी मैदान में मानव श्रृंखला बिहार के नक्शे पर बनेगी।
शिक्षा विभाग ने पडोसी राज्य पश्चिम बंगाल, झारखंड एवं उत्तर प्रदेश के अलावा नेपाल की सीमाओं तक मानव श्रृंखला बनाने की व्यवस्था की है पूर्व में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में सभी डीएम को यह निर्देश दिया था कि पड़ोसी प्रदेशों की सीमाओं को मानव श्रृंखला अवश्य छुए। इसीलिए कुछ इस तरह की व्यवस्था की गई है कि बिहार के पड़ोसी राज्यों के अलावा नेपाल की सीमाओं तक मानव श्रृंखला का संदेश जाए। 2017 में शराबबंदी के समर्थन में और 2018 में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ जो ऐतिहासिक मानव श्रृंखला बनी थी, उसमें पड़ोसी प्रदेशों तथा नेपाल देश की लगती सीमाओं तक श्रृंखला बनाई गई थी।