देश ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 70वां जन्मदिन (PM Narendra Modi Birthday) मनाया। लेकिन कम लोगों को ही याद होगा कि प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम को औपचारिक रूप से पहली बार बिहार बीजेपी इकाई ने आगे बढ़ाया था। नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की चर्चा भले ही पहले से रही हो, लेकिन इसकी पहली औपचारिक मांग बिहार बीजेपी ने 17 अगस्त 2013 को की थी। उसी चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी की एक जनसभा के समय पटना सीरियल ब्लास्ट से दहल गया था। हालांकि, मोदी ने सूझबूझ से वहां एक बड़ा हादसा टाल दिया था।
बिहार बीजेपी ने पारित किया था पहला प्रस्ताव
बिहार बीजेपी ने शनिवार, 17 अगस्त, 2013 को एक प्रस्ताव पारित कर बीजेपी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड से मांग की थी कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी का प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए। बिहार बीजेपी की दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी की बैठक के अंत में वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने प्रस्ताव पेश किया, जिसका अनुमोदन तत्कालीन विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने किया। बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित कर दिया गया।
पटना में मोदी की सभा के दौरान सीरियल ब्लास्ट
आगे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित किए गए। उनके चहरे पर एनडीए ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा। इसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने जीत दर्ज की और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। हालांकि, इस चुनाव के दौरान पटना में परेंद्र मोदी की चुनावी रैली के दौरान सीरियल ब्लास्ट कर दहशत फैलाने की कोशिश भी की गई।
मोदी ने सूझबूझ से टाल दिया था बड़ा हादसा
27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभा थी। उसके ठीक पहले गांधी मैदान के आसपास और पटना जंक्शन पर क्रमश: पांच व दो सीरियल ब्लास्ट हुए, जिनमें आधा दर्जन लोग मारे गए थे। हमले में करीब सौ लोग घायल हुए थे। खास बात यह रही कि ब्लास्ट के दौरान लोगों से भरे गांधी मैदान में भगदड़ नहीं मची। तब नरेंद्र मोदी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कुछ देर बाद अराम से घर जाने को कहा था।