पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन है। सड़कों पर ट्रैफिक है नहीं। फैक्ट्रियां भी बंद हैं। इमारतें बनाने का काम भी नहीं चल रहा। न ही कोई प्रदूषण फैलाने वाले काम। लॉकडाउन की शुरुआत चीन ने की थी। अब पूरी दुनिया कर रही है। कारण बुरा है – कोरोना वायरस। लेकिन इससे एक बड़ा फायदा ये हुआ है कि इससे ओजोन लेयर में बना छेद अब भर रहा है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो बोल्डर के रिसर्चर्स ने पता लगाया है कि पृथ्वी के दक्षिणी हिस्से में स्थित अंटार्कटिका के ऊपर बने ओजोन लेयर का छेद अब भर रहा है। क्योंकि चीन की तरफ से जाने वाला प्रदूषण अब उधर नहीं जा रहा है।
हुआ यूं है कि लॉकडाउन से पहले प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा था। पृथ्वी के ऊपर चलने वाली जेट स्ट्रीम यानी ऐसी हवा जो कई देशों के ऊपर से गुजरती है। वह ओजोन लेयर में छेद की वजह से पृथ्वी के दक्षिणी हिस्से की तरफ जा रही थी। अब वह पलट गई है।
यूनिवर्सिटी की रिसर्चर अंतरा बैनर्जी ने बताया कि यह एक अस्थाई बदलाव है। लेकिन अच्छा है। इस समय चीन में हुए लॉकडाउन की वजह से जेट स्ट्रीम सही दिशा में जा रही है। कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन भी कम है। इसलिए ओजोन का घाव भर रहा है।