दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगलवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब सुरक्षाकर्मियों को महिला के बैग में बम होने की जानकारी मिली। एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर भुवनेश्वर के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट के पास केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का बम निरोधक दस्ता पहुंचा और उसके बैग की जांच की लेकिन उसमें से कोई विस्फोटक नहीं मिला। हालांकि कुछ देर बाद जांच में बम होने की सूचना गलत निकली।
मिली जानकारी के मुताबिक महिला के बैग में बम होने की खबर उसके पति ने ही दी थी। वह नहीं चाहता था कि महिला भुवनेश्वर जाने वाली विमान में बैठे। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि गुरुग्राम में दिल्ली हवाई अड्डे के कॉल सेंटर को शाम 5:45 बजे सूचना मिली थी कि महिला अपने बैग में बम ले जा रही है। बाद में पता चला की यह फेक कॉल था जो महिला के पति द्वारा ही किया गया था। दरअसल, उन दोनों के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद महिला अपने पति का घर छोड़कर भुवनेश्वर जा रही थी।
पुलिस के मुताबिक, फोन करने वाले शख्स ने सूचना दी थी कि महिला भुवनेश्वर जा रही है। बम की सूचना मिलने पर कॉल सेंटर के अधिकारियों ने दिल्ली हवाई अड्डे के संचालन नियंत्रण केंद्र को सूचित किया। इसके बाद दिल्ली पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सतर्क किया गया जो हवाई अड्डे को सुरक्षित के लिए तैनात थे। फोन पर शख्स द्वारा बताई गई महिला की पहचान टर्मिनल 3 के बोर्डिंग एरिया में बैठी महिला के रूप में की गई। सुरक्षाबलों ने उसे पूछताछ की और सामान से दूर हटने को कहा, हैंडबैग की जांच करने के बाद उसे जाने दिया गया।
अधिकारी ने कहा कि बम का पता लगाने और बम निरोधी दस्ते को बुलाया गया था। क्योंकि महिला का हैंडबैग पहले से ही हवाई अड्डे की नियमित सुरक्षा जांच से गुजर चुका था, इसलिए उसके किसी भी विस्फोटक को ले जाने की संभावना कम थी। हालांकि, एहतियात के तौर पर क्षेत्र में इंतजार कर रहे अन्य यात्रियों को भी हटने के लिए कहा गया था। शाम करीब 6.45 बजे बम की धमकी को एक झूठा पाया गया। पुलिस उपायुक्त (दिल्ली हवाई अड्डे) राजीव रंजन ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह कॉल गुरुग्राम से की गई थी। गुरुग्राम पुलिस से उस व्यक्ति के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संपर्क किया गया है।