बस अमन-चैन बना रहे : अयोध्या के मुसलमानों को परेशानी नहीं है। माहौल शांत ही रहेगा। जब राजनीति होती है तो हिंदू-मुस्लिम को लड़ाया जाता है। – इकबाल अंसारी, पैरोकार, बाबरी मस्जिद
कोर्ट तथ्यों पर निर्णय करेगा : सुप्रीम कोर्ट तथ्यों पर राम मंदिर के पक्ष में निर्णय देगा। मंदिर निर्माण की 65 प्रतिशत शिलाएं तराशी जा चुकी हैं। इनसे पहला तल बन जाएगा। दूसरे तल के लिए शिलाएं तराशना जारी है। – शरद शर्मा, मीडिया प्रभारी, विहिप
हमें तो फैसले का इंतजार है : देखना है कि सबसे बड़ी अदालत क्या फैसला देती है। यह तय है कि फैसला एक पक्ष के ही हक में आएगा। हमारी जिम्मेदारी है कि सद्भाव बना रहे। – हाजी महबूब, मस्जिद के पैरोकार
दोनों पक्षों के मन की बात जानी…एक साल में मंदिर बन जाएगा….मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराश लिए हैं। एक साल में मंदिर बन जाएगा। बची भूमि पर अस्पताल, पुस्तकालय बनेंगे। मंदिर में सभी धर्मों को मानने वाले दर्शन कर सकेंगे। – नृत्य गोपाल दास, अध्यक्ष, श्रीराम जन्मभूमि न्यास
अयोध्या । सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले और उससे पहले दीपोत्सव के चलते अयोध्या छावनी में तब्दील हो चुका है। हालांकि यहां हमेशा ही हाई सिक्योरिटी रहती है, लेकिन इस बार हालात ज्यादा संवेदनशील बने हुए हैं। 1989, 1991 और 2003 के शिलादान के दौरान रामभक्तों का ठौर रहा कारसेवकपुरम् शांत है। धारा 144 लागू होने से प्रशासन ने सार्वजनिक स्थल पर टीवी डिबेट पर रोक लगा दी है। मंगलवार को अयोध्या में दीपोत्सव पर अफसरों की बैठक में संत भी पहुंचे। इसी के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, डीजीपी ओपी सिंह सहित कई बड़े अफसर लगातार दौरा कर रहे हैं। सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को तीन जोन में बांटा गया है – रेड जोन, यलो जोन और ब्लू जोन। रेड जोन में विवादित स्थल की सुरक्षा है। यहां सुरक्षा बल आधुनिक हथियारों, वॉच टावर, ड्रोन कैमरों, सीसीटीवी से लैस है। अयोध्या में दाखिल होने के सभी रास्तों, घाटों और सरयू नदी के तट की निगरानी के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अयोध्या में दाखिल होने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी की 47 कंपनियां तैनात हैं। जल्द ही 200 कंपनी पीएसी और अर्द्धसैनिक बल और तैनात किए जाएंगे।