बाबा रामदेव ओर एलोपैथी पर बयान ने अब एक भयानक मोड़ ले लिया है । लोग इतने बेसब्र हो गए कि बाबा रामदेव के पुरानी फोटों को नई बताकर कमेंट करने लगे । बयान के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन काला दिवस मनाया. विवाद बढ़ने के साथ ही दोनों तरफ से एक-दूसरे पर खुल के बयानबाज़ी की जा रही है. एक तरफ़ रामदेव जहां इस मुद्दे को दबाने की कोशिश में हैं, वहीं आईएमए अब खुल कर उनके विरोध में उतर चुका है.
वायरल हो गई पुरानी तस्वीर
आज के समय में चाहे विरोध कोई भी हो, सोशल मीडिया यूजर्स का हस्तक्षेप तो अनिवार्य हो गया है. इस मुद्दे पर भी सोशल मीडिया के माध्यम से बाबा रामदेव का खूब विरोध किया जा रहा है. इसी संबंध में रामदेव की एक पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर खू़ब वायरल हो रही है.
दरअसल, इस तस्वीर में बाबा रामदेव एक मंच पर लेटे हुए हैं और डॉक्टर स्टेथोस्कोप से उनकी धड़कनें जांच रहे हैं. फोटो वायरल होने के बाद से रामदेव एक बार फिर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं.
यह तस्वीर 2011 की तब की है जब बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ भूख हड़ताल पर थे । दिल्ली के रामलीला मैदान में उन्होनें अन्ना हजारे को समर्थन देने लिये के भूख हड़ताल किया था । यह तस्वीर उसी समय की है और डॉक्टर साहेब नियमानुसार रूटीन चेकअप के लिये आये हुए हैं । लेकिन पुरानी तस्वीर पर लोग जबरदस्त प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस वायरल तस्वीर पर मजे लेते हुए लोगों ने लिखा कि ‘स्वामी अपनी धड़कनों द्वारा डॉक्टर के कानों का इलाज कर रहे हैं.’
रामदेव और आईएमए के बीच छिड़ी ये बहस रुकने का नाम नहीं ले रही है. रामदेव द्वारा दिए गए विवादित बयान के विरोध में देशभर के डॉक्टरों ने भी काली पट्टी बांध कर अपना विरोध दर्ज कराया है. आईएमए ने तो उन्हें राष्ट्र विरोधी तक कह दिया. संगठन ने अपने बयान कहा था कि योग गुरु रामदेव ने कोरोना महामारी को नियंत्रित करने संबंधी सरकार के प्रयासों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है और ऐसे समय में भ्रम पैदा करने वाले लोग राष्ट्र-विरोधी हैं.
रामदेव और आईएमए के बीच छिड़ा ये विवाद कब शांत होगा ये तो समय ही बताएगा लेकिन फिलहाल आप इस वायरल को देखिए और कमेंट के मध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कीजिए.