आईटी दिग्गज और विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी ने विप्रो ( Wipro ) लिमिटेड के 34 फीसदी शेयर यानी 52,750 करोड़ रुपए बाजार मूल्य के शेयर परोपकार कार्य के लिए दान में दे दिए हैं। फाउंडेशन ने अपने बयान में कहा है कि अजीम प्रेमजी ने अपनी निजी संपत्तियों का अधिक से अधिक त्याग कर दिया है और धर्माथ कार्य के लिए उसे दान देकर परोपकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बढ़ाई है।
आपको बता दें कि अजीम प्रेमजी के इस कदम से देश के करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा बयान के अनुसार, इस पहल से, प्रेमजी द्वारा परोपकार कार्य के लिए दान की गई कुल रकम 145,000 करोड़ रुपए (21 अरब डॉलर) हो गई है, जो कि विप्रो लिमिटेड के आर्थिक स्वामित्व का 67 फीसदी है।
प्रेमजी को फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘शेवेलियर डी ला लीजन डी ऑनर’ भी दिया गया है। आईटी उद्योग विकसित करने, फ्रांस में आर्थिक दखल देने और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन एवं विश्वविद्यालय के जरिये एक समाजसेवी के रूप में समाज में उनके योगदान को लेकर उन्हें यह सम्मान दिया गया है। प्रेमजी से पहले यह सम्मान पाने वाले भारतीय लोगों में बंगाली अभिनेता सौमित्र चटर्जी और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान शामिल हैं।
आपको बता दें कि दिसंबर 2018 को आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 74.3 फीसदी थी। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन इस समय देश की कई राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करती है। फिलहाल यह फाउंडेशन कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और नॉर्थईस्ट क्षेत्र में काम कर रही है।
पाकिस्तान से भी मिला था ऑफर
गौरतलब है कि पाकिस्तान के अलग होने के बाद जिन्ना ने प्रेमजी के पिता हाशिम प्रेमजी को पाकिस्तान का वित्त मंत्री बनने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने भारत में रहना पसंद किया। आज के समय में प्रेम जी एक जाने माने बिजनेस मैन है और हर कोई उनके बारे में जानता है।