अयोध्या श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन के लिये सजधज कर दुलहन की तरह तैयार हो गई है। लोगों के सालों का इंतजार पूरा होनेवाला है। घर-घर भजन और कीर्तन हो रहे हैं। पूरा शहर रामभजन से नहा रहा है। पूरा शहर भजनों से गूंजायमान है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने इस प्रोग्राम में 175 लोगों को आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, नृत्य गोपालदास महाराज और गवर्नर आनन्दी बेहन पटेल बतौर विशिष्ट अतिथि भूमि पूजन प्रोग्राम के मुख्य मंच पर रहेंगे।
ट्रस्ट के मुताबिक पीएम पहले रामगढ़ी में दर्शन करेंगे और उसके बाद पूजन कार्यक्रम की शुरुआत होगी। इधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच अगस्त को भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री को 2 अगस्त को ही आना था। फिलहाल अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मुख्य पूजन से पहले आज 3 अगस्त को पूर्णिमा के मौके पर पंचांग पूजन शुरू हो गया है। पूजन की यह प्रक्रिया अब अनवरत चलती रहेगी और 5 अगस्त को मुख्य पूजन होगा। इस पूजन में केवल वे ही लोग शामिल हो रहे हैं जिनको पूजा करना है या फिर जिनको पूजन की तैयारियां करनी हैं। बहुत ही सीमित संख्या में लोगों को परमिशन दी जा रही है।
मंगलवार 4 अगस्त को भी आराधना होगी, जबकि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य पूजन करेंगे। मंदिर-मंदिर अनुष्ठान शुरू होगा। इस अनुष्ठान के अन्तर्गत सभी मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का संकल्पित अखंड रामायण पाठ शुरू होगा। इसकी पूर्णाहुति चार अगस्त को होगी। पांच अगस्त को भूमि-पूजन के निर्धारित मुहूर्त पर दोपहर साढ़े 11 से साढ़े 12 बजे के मध्य हरि संकीर्तन का आयोजन किया गया है।
पूरे श्रीराम पूजन कार्यक्रम में काशी, अयोध्या, दिल्ली, प्रयाग के विद्वानों को बुलाया गया है। अलग-अलग पूजा के अलग-अलग विशेषज्ञ हैं। पूरी टीम 21 ब्राह्मणों की है जो अलग अलग तरीकों से पूजा करायेगी। यह एक वक्त में नहीं होगी बल्कि अलग अलग कालखंड में अलग-अलग विद्वान पूजा करायेंगे। अयोध्या के प्रत्येक मंदिर व घर में यह आयोजन सुनिश्चित कराने के लिए विहिप के केन्द्रीय पदाधिकारी व संतों की संयुक्त टीम स्थान-स्थान पर योजनाबद्ध ढंग से सम्पर्क कर रही है।
पांच सौ वर्षों की प्रतीक्षा के बाद इस शुभ घड़ी पर अधिक से अधिक स्थानों पर सामूहिक आयोजन के प्रयास हो रहे हैं। फिलहाल तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिये अयोध्या को सजाने धजाने का काम चल रहा है। अयोध्या नगरी दुलहन की तरह सज-धज कर तैयार हो गयी है। पीताम्बरी व भगवा पताकाओं से पूरे नगर को सुसज्जित किया जा रहा है। पूरा शहर चंपई और केसरिया में रंगा हुआ है। पूरे शहर में उत्साह का माहौल है।