अयोध्या में बन रहे मस्जिद प्रोजेक्ट का नाम मुगल बादशाह बाबर नहीं बल्कि फैजाबाद के स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अहमदुल्लाह शाह फैजाबादी के नाम पर रखा जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के राम जन्मभूमी केस के फैसले के मुताबिक पांच एकड़ जमीन मस्जिद के लिए दी गई है. इसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद, अस्पताल, रिसर्च सेंटर वगैरह का निर्माण करवा रहा है.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के अनुसार IIFC के सेक्रेटरी अथर हुसैन ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलवी अहमदुल्लाह शाह फैजाबादी के 164वें शहादत दिवस पर बताया कि प्रोजेक्ट का नाम मौलवी फैजाबादी रखा जा रहा है. सचिव ने बताया कि जनवरी में रिसर्च सेंटर का नाम फैजाबादी को समर्पित किया गया था. सुन्नी वक्फ बोर्ड ने नौ महीने पहले ही बता दिया था कि प्रोजेक्ट का नाम मुगल बादशाह बाबर को नहीं समर्पित किया जाएगा.
IIFC सचिव ने बताया कि मस्जिद सराय, फैजाबाद 1857 के युद्ध में मौलवी का हेडक्वाटर थी. यही एक इकलौती बिल्डिंग उनकी निशानी के रूप में बची है. ब्रिटिश एजेंटों ने 164 साल पहले 5 जून के दिन मौलवी फैजाबादी की हत्या कर दी थी. उनके सिर और शव को अलग-अलग दफन किया था जिससे लोग उनकी कब्र पर समाधि ना बना लें. स्वतंत्रता संग्रामी और मस्जिद ट्रस्टी कैप्टन अफजल अहमद खान का कहना है कि ब्रिटिश डरते थे कि मौलवी फैजाबादी की मौत इतनी आसान नहीं है.