सुप्रीम कोर्ट (Ayodhya case) में मंगलवार को अयोध्या केस (Ayodhya case) की सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष (Muslim Parties) ने माना कि ‘राम चबूतरा’ भगवान श्रीराम (Lord Ram) का जन्मस्थान है । वकील जफरयाब जिलानी ने कहा कि ‘हमें यह मानने में कोई ऐतराज नहीं कि राम चबूतरा श्रीराम का जन्मस्थान है क्योंकि ऐसा तीन कोर्ट ने माना है।
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन इस मामले में केस दायर करने वाले सूट नंबर एक, यानि पक्षकार गोपाल सिंह विशारद की ओर से दायर अर्जी पर जवाब दे रहे हैं। धवन ने कहा- विशारद ने श्रीरामजन्मभूमि पर पूजा के व्यक्तिगत अधिकार का दावा करते हुए मुकदमा दायर किया था और उनकी मौत के बाद उनकी याचिका का कोई औचित्य नहीं रहा। मालूम हो कि 1950 में पूजा का अधिकार हासिल करने के लिए निचली अदालत में केस दायर करने वाले पक्षकार गोपाल सिंह विशारद का 1986 में देहांत हो चुका है, अब उनके बेटे राजेन्द्र सिंह पैरवी कर रहे हैं।
मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने कहा कि इस पर सवाल उठाया जा रहा है कि मुस्लिम वहां पर नामज़ पढ़ते थे, 22-23 दिसंबर की रात को जिस तरह से वहां मूर्ति को रखा गया, वह हिन्दू नियम के अनुसार सही नहीं है।
राजीव धवन ने कहा कि 40 गवाहों की गवाही को क्रोस इज़मीनेशन नहीं किया गया। गोपाल सिंह विशारद की याचिका में भी भगवान राम जन्मस्थान के बारे में नहीं बताया गया मस्जिद के बीच के गुम्बद के नीचे जन्मस्थान होने का दावा किया गया और पूजा के अधिकार की मांग की गई ।
साभार – जी न्युज