सड़क निर्माण और हाईवे बनाने जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में कई बार पर्यावरण की अनदेखी की जाती है. ऐसा कई बार होता है कि रास्ते में पड़ रहे पेड़, जंगल हटा दिए जाते हैं. कई बार जंगलों से रेलवे लाइन और सड़क बना दी जाती है. लेकिन, महाराष्ट्र के सांगली में एक पेड़ के लिए हाईवे का पूरा रास्ता चेंज होगा.
महाराष्ट्र के सांगली ज़िले में पड़ने वाले भूसा गांव के पास है 400 साल पुराना एक बरगद का पेड़. ये पेड़ एक निर्माणाधीन हाईवे के रास्ते में पड़ रहा था. सड़क और परिवहन मंत्रालय इसे काटने की तैयारी कर चुका था लेकिन गांववालों और पर्यावरणविदों के प्रयास और विरोध के चलते अब ये पेड़ नहीं काटा जाएगा और हाईवे का रास्ता भी इसी के हिसाब से चेंज होगा.
पर्यावरण के हितों की रक्षा में लगे कार्यकर्ताओं के लिए ये बहुत बड़ी जीत है. ये खबर को महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्विटर पर शेयर भी किया. ख़बरों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर 400 साल पुराने बरगद को बचाने का ये अभियान महाराष्ट्र सरकार तक भी पहुंचा.
The 400 year old banyan tree in Sangli district that we saved with a letter to @NHAI_Official . One can see the highway close to the tree. That, now will be realigned to save the tree. The tree is a keeper of legends, folklore and memories of many who played there as children. pic.twitter.com/e8AcIhZm8h
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) July 24, 2020
न्यूज़18 में छपी रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद आदित्य ठाकरे ने इस संबंध में तुरंत नितिन गडकरी से बात की और इस पेड़ को बचाने की मांग की. आदित्य ठाकरे से बात करने के बाद नितिन गडकरी ने इस पेड़ को बचाने के लिए हाइवे के नक्शे में ही बदलाव करके ये प्रोजेक्ट पूरा करने का आदेश दिया.