अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से अभिजीत बनर्जी के साथ एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को मिला है। बता दें कि अभिजीत बनर्जी के साथ उनकी पत्नी एस्थर डुफ्लो को भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
इस साल का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी को मिला है। अभिजीत बनर्जी को गरीबी पर अध्य्यन के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अर्थशास्त्र का ये नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से अभिजीत बनर्जी के साथ एस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को मिला है। अभिजीत बनर्जी का जन्म पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ और इन्होंने कलकत्ता यूनिवर्सिटी और जेएनयू में शिक्षा हासिल की है।
वैश्विक गरीबी को कम करने और प्रयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए अभिजीत बनर्जी समेत तीन लोगों को नोबेल मिला है। नोबेल कमेटी ने इसकी जानकारी दी है।
अभिजीत विनायक बनर्जी भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री हैं। वह वर्तमान में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर हैं। इसके साथ ही अभिजीत बनर्जी अब्दुल लतीफ़ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब के सह-संस्थापक हैं, जो इनोवेशन फॉर पॉवर्टी एक्शन के अनुसंधान सहयोगी हैं और कंसोर्टियम ऑन फाइनेंशियल सिस्टम्स एंड पॉवर्टी के सदस्य हैं।
BREAKING NEWS:
The 2019 Sveriges Riksbank Prize in Economic Sciences in Memory of Alfred Nobel has been awarded to Abhijit Banerjee, Esther Duflo and Michael Kremer “for their experimental approach to alleviating global poverty।”#NobelPrize pic।twitter।com/SuJfPoRe2N— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 14, 2019
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भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी की पत्नी एस्थर डुफलो को भी अर्थशास्त्र का नोबेल देने का एलान हुआ है। अभिजीत की रिसर्च की बदौलत की भारत में 50 लाख बच्चे गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। अभिजीत के अलावा इनकी पत्नी एस्थर डुफलो और माइकल क्रेमर को अर्थशास्त्र का भी संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र की नोबेल दिया गया है।
ममता बनर्जी ने अभिजीत बनर्जी को दी बधाई
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अभिजीत बनर्जी को बधाई देते हुए ट्वीट किया है और लिखा है कि प्रेसिडेंसी कॉलेज कोलकाता और साउथ पॉइंट स्कूल के पूर्व छात्र अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिलने पर हार्दिक बधाई। एक और बंगाली ने राष्ट्र को गौरव दिलाया है और हम सभी हर्षित हैं।
Hearty congratulations to Abhijit Banerjee, alumnus of South Point School & Presidency College Kolkata, for winning the Nobel Prize in Economics। Another Bengali has done the nation proud। We are overjoyed।
জয় হিন্দ । জয় বাংলা ।
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 14, 2019
जाने कौन है अभिजीत बनर्जी
अभिजीत बनर्जी का जन्म 21 फरवरी 1961 को कलकत्ता में हुआ था और इनकी मां निर्मला बनर्जी कलकत्ता के सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर रही हंी और पिता दीपक बनर्जी कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में प्रोफेसर और अर्थशास्त्र के हेड ऑफ डिपार्टमेंट रहे हैं।
अभिजीत बनर्जी ने 1981 में प्रेसिडेंसी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में बी।एस। की डिग्री हासिल की और दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से 1983 में इकोनॉमिक्स में एम।ए। पूरा किया। इसके बाद 1988 में वो पीएचडी करने के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी गए।
इससे पहले 11 अक्टूबर को शांति के नोबेल पुरस्कार का एलान किया गया था। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार उनके देश के पुराने दुश्मन इरिट्रिया के साथ संघर्ष को सुलझाने के लिए दिया गया।