
डियर ज्योति,
तुम्हारा हाल का लेख पढ़ा । भोजपुरियों के बारें में तुमने जो लिखा है वो तुम्हारी सोच के निचले पायदान को दिखाने के लिये काफी है । ये तो हमें पता है कि हरियाणा के लौंडे सख्त होते हैं । लेकिन हरियाणा की लौंडियों को लेकर हमारी राय अभी तक घुंघट काढ़े चुल्हा फूंकती जनानी की ही दिख रही थी । हाँ वहाँ की छोरियाँ पहलवान जरूर होती हैं, लेकिन वो भी लंगोट पहन कर न उतरती अखाड़े में, कहने का मतलब ये कि लाज-शरम यूँ न बेचती सरेबाजार अपने आलेखों में ।
खैर… आते हैं असली मुद्दे पर । विकिपीडिया का जो स्त्रोत आपने दिया है उसपर कोई शक शुबहा नहीं हमें । हमें बस इस बात का मलाल है कि आपने शिवाजी महाराज, कोरोना वायरस और बंगलादेश के सर्च को अपनी कहानी का हैडिंग न बनाकर, स्त्रियों की योनि जो निहायत ही निजी अंग (जिसका यूँ सरेआम प्रदर्शन हमारे समाज को कतई बर्दाश्त नहीं) है को अपने आर्टिकल का प्रमुख अंग बना दिया । खैर ये तो सबको पता है कि ये चीप मानसिकता है, और व्युज की भूखी होकर तुमने ये कदम उठाया है, लेकिन इस तरह चरित्र हनन करके प्रसिद्धी पा भी लिये तो क्या फायदा । सोचो सुहागरात के दिन कोई तुम्हारा घुंघट उठाने से पहले इस आर्टिकल के हैडिंग को पढ़ जाए तो तुम्हारे उपर क्या बीते ।

जाने दो इन बातों को, ये बताइये ये जो बिहारियों को बदनाम करने की तुमने जो ठान ली है इसके पीछे कोई स्पॉन्सर है या तुम्हारी खुद की कहानी । कई लोग फेसबुक पर कह रहे हैं कि तुम फ्रस्टेशन में रहती हो और ये सब गुस्सा अपना आर्टिकल में निकालती हो । इतना भी पुरुषों के प्रति क्या घृणा है खुल कर बताओं तो कुछ पता चले । ऐसे आर्टिकल में दिखाने से समाज क्या सोचेगा ? और क्या सोच रहा है ये जानने से पहले अपने सोशल मीडिया के उन कमेंटों को पहले पढ़ लीजिये जो आपके इन पोस्ट पर आएं हैं । कसम से आप लिखना न बंद कर दें तो …
अब आते हैं असली मुद्दे पर गुगल पर एक बार XXX लिख दें न तो हजारों-करोड़ो वेबसाइट खुल जाते हैं । पोर्न देखने के शौकिनों को फ्री में इतना माल मिल जाता है कि उन्हे कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ती है । ऐसे में अगर कोई बिहारी विकिपीडिया पर आकर ‘बूर’ सर्च करता है तो आप उसके डेडिकेशन को सलाम करने की बजाय आप उनपर हंस रही है । अरे भाई विकिपीडिया पर कौन पोर्न देखता है, जैसा की आपके पोस्ट के इल्जाम से लगता है । विकिपीडिया तो ज्ञानकोष है और जाहिर हैं हम बकलोल बिहारी (जैसा की आपने पोस्ट में बताया है) ज्ञानवर्धन करने तो यहाँ आ ही सकते हैं । बिहार को बदनाम करने का जो कीड़ा आपके अंदर था, उसमें आप ये भी भूल गए कि आधा बिहार का हिस्सा जो मैथिल भाषी हैं ने विकि पर ‘अब्दुल कलाम’ को भी सर्च किया था । उसको आप मेंशन करना भूल गई, शायद आपके चश्में में अच्छी बातें फिट नहीं बैठती ।

एक और बात अश्लील गानों के लिये बदनाम बिहार न पोर्न देखने के मामले में काफी पीछे हैं । पहले नंबर पर दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरू जैसे शहर है । हम तो बहुत पीछे हैं भाई । खैर आपको मुबारकबाद देने के लिये ये चिट्ठी लिखना पड़ा, वो क्या है न आपके इस एक पोस्ट ने आपको पोर्नवाचर का पहला पसंद बना दिया है । अब गुगल पर ‘बुर’ टाइप करने से विकिपीडिया से पहले आपका आलेख आ जाता है ।
सावधान रहियेगा । सलाम ।
भड़का हुआ बिहारी
यह लेखक के एकदम निजी विचार है । इनका हवाबाज मीडिया से कोई लेना देना नही है ।