इधर अयोध्या में पीतल की 221 मीटर की प्रमिता बनने का ऐलान हुआ कि उधर जनकपुर में माता सीता की 151 फीट की प्रतिमा बनने का ऐलान भी हो गया । इसे अमेरिका की संस्था मैथिली दिवा और नेपाल सरकार के सहयोग बनाया जायेगा । मुर्ति निर्माण में करीब 25 करोड़ की लागत आयेगी।
मैथिली दिवा संस्था की अध्यक्ष काजल कर्ण ने बताया कि सीता मिथिला की बेटी ही नहीं, बल्कि एक योद्धा भी थीं। पुराणों के अनुसार, माता सीता ने सात वर्ष की उम्र में शिव धनुष को अपने बायें हाथ से खिसका दिया था। इसके बाद ही राजा जनक ने स्वयंवर कराने का विचार किया था। इसीलिए सीता के इसी रूप को प्रतिमा में दिखाया जायेगा। काजल कर्ण ने बताया कि नेपाल के प्रदेश नंबर 2 के मुख्यमंत्री लालबाबू राउत से प्रतिमा बनाने के बारे में बात हो चुकी हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे सरकार की ओर से पूरा सहयोग करेंगे। इसके अलावा जानकी मंदिर के महंथ राम रोशन दास और ग्रेटर जनकपुर के कार्यपालक निदेशक बलराम से भी इसके बारे में बात हो चुकी है। सभी ने सकारात्मक जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मैथिली दिवा संस्था पूरे विश्व में मैथिली के विकास के लिए काम कर रही है।
प्रतिमा में बायें हाथ में धनुष उठाये दिखेंगी सीता। इस प्रतिमा में माता सीता को बायें हाथ में धनुष उठाये हुए दिखाया जायेगा। जनकपुर में बनेगी काजल कर्ण ने बताया कि प्रतिमा के नीचे एक ग्लोब बनाया जायेगा, जिसमें सीता के धरती में समा जाने का चित्र होगा। इसके अलावा प्रतिमा के नीचे एक म्यूजियम भी बनेगा। इस म्यूजियम में सीता स्वंयवर और शिव धनुष को दिखाया जायेगा।
म्यूजियम में हर दिन सीता स्वयंवर का मंचन किया जायेगा। म्यूजियम में सौ लोगों के बैठने की जगह होगी। म्यूजियम में प्रवेश टिकट से होगा। मंचन के लिए स्थानीय कलाकारों से बात की जा रही है। इसके अलावा सीता स्वयंवर पर दस मिनट की फिल्म भी दिखायी जायेगी।
अगले विवाह पंचमी तक प्रतिमा तैयार करने की तैयारी : मैथिली दिवा संस्था की अध्यक्ष ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अगले विवाह पंचमी तक प्रतिमा तैयार हो जाये। प्रतिमा जनकपुर की रंगशाला में बनाया जायेगा। इसका डीपीआर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिमा तैयार होने के बाद वहां धूमधाम से सीता स्वयंवर मनाया जायेगा।