दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बार रिकार्ड तोड़ नामांकन दाखिल किए गए हैं। इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव बैहद दिलचस्प होने वाला है। एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी दोबारा दिल्ली की सत्ता पर काबिज होना चाह रही है। वहीं बीजेपी के लिए साख का सवाल है। कांग्रेस इस लड़ाई को त्रिकोणीय के लिए जी-जीन लगा रही है।
आइए, जानते हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 की खास बातें क्या हैं-
दिल्ली विधानसभा के इतिहास में अबकी बार सबसे ज्यादा नामांकन किया गया। अबकी बार नामांकन का पिछले 27 साल का रिकार्ड टूट गया है। मंगलवार को नामांकन के आखिरी दिन सबसे ज्यादा नामांकन दाखिल किए गए। सबसे ज्यादा नामांकन अरविंद केजरीवाल की उम्मीदवारी वाली सीट नई दिल्ली से भरा गया।
दिल्ली की कुल 70 सीटों के लिए 1473 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए। चुनाव आयोग देर रात तक पर्चों की गिनती करता रहा है। इसलिए नामांकन की संख्या बढ़ भी सकती है। साल 1952, दिल्ली के पहले विधानसभा चुनावों में 400 नामांकन दाखिल हुए थे। उसके बाद साल1993 में अधिकतम 1316 नामांकन किया गया। जबकि सबसे कम नामांकन साल 2015 में किया गया था।
साल कुल नामांकन पुरुष महिलाएं
1993 1316 1257 59
1998 1052 977 75
2003 1001 897 104
2008 1134 1000 134
2013 1120 964 156
2015 935 790 144
नई दिल्ली सीट से सबसे ज्यादा 96 पर्चे भरे गए। इस सीट से आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस से रोमेश सभरवाल और बीजेपी से सुनील यादव ने नामांकन दाखिल किया है। आइए जानते हैं कि दिल्ली विधानसभा से पिछले तीन सालों में कितने पर्चे भरे गए।
साल नामांकन
2008 25
2013 24
2015 23
2020 96