12 साल की एक छात्रा ने अपने बचत के 48 हजार रुपए खर्च कर तीन प्रवासी श्रमिकों (Migrant Workers) को फ्लाइट से झारखंड (Jharkhand) पहुंचाया. छात्रा निहारिका द्विवेदी (Niharika Dwivedi) न कहा कि सोसाइटी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है. अब उनकी जिम्मेदारी भी बनती है कि इस आपदा की घड़ी में उसे लौटाएं. निहारिका की इस पहल की लोग प्रशंसा कर रहे हैं.
निहारिका की इस मदद से तीन श्रमिक न केवल अपने घर पहुंच सके हैं, बल्कि उन्हें पहली बार फ्लाइट में बैठने का भी मौका मिला. निहारिका उनकी मदद कर काफी खुश हैं.
Noida: A 12-year-old girl, Niharika Dwivedi, gives away Rs 48,000 from her savings to send three migrant workers to Jharkhand via air. She says, “Society has given us so much & it is our responsibility to pay back to it in this crisis”. (31.5.2020) pic.twitter.com/LOPbpI7IYF
— ANI UP (@ANINewsUP) May 31, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले नेशनल लॉ स्कूल बेंगलुरु के पूर्व छात्रों ने चंदा कर मुंबई में फंसे 180 मजदूरों को फ्लाइट से रांची भेजा था. छात्रों को जब पता चला कि कुछ मजदूर मुंबई आईआईटी के पास फंसे हैं और उनके पास पैसे नहीं हैं तो उन्होंने उनकी मदद करने की योजना बनाई. सभी छात्रों ने पैसे जुटाए. इसमें उनकी मदद एनजीओ और पुलिस ने भी की. इस तरह से सभी को फ्लाइट के माध्यम से झारखंड भेजा गया. हालांकि, छात्रों ने इस मदद के लिए अपने-अपने नाम उजागर नहीं किए. उनका कहना था कि यह मदद उन्होंने नाम कमाने के लिए नहीं की है.