COVID-19 के इलाज के लिए अब भारत में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल हो सकेगा। ये दवा मलेरिया के मरीजों को दी जाती है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए नेशनल टास्क फोर्स बनाई थी। इसी टास्क फोर्स ने अब सुझाव दिया है कि COVID-19 के हाई रिस्क वाले मरीजों के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
The National Task Force for COVID19 constituted by Indian Council of Medical Research recommends the use of hydroxychloroquine for treatment of COVID19 for high-risk cases pic.twitter.com/xEIWkzPufu
— ANI (@ANI) March 23, 2020
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी COVID-19 के मरीजों के इलाज के लिए ये दवा सुझा चुके हैं। उन्होंने 21 मार्च को ट्वीट कर कहा था,
‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन और एजिथ्रोमाइसिन साथ में लेना दवा की दुनिया के इतिहास में गेमचेंजर साबित हो सकता है।’
HYDROXYCHLOROQUINE & AZITHROMYCIN, taken together, have a real chance to be one of the biggest game changers in the history of medicine. The FDA has moved mountains – Thank You! Hopefully they will BOTH (H works better with A, International Journal of Antimicrobial Agents)…..
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) March 21, 2020
अब भारत में भी इसके इस्तेमाल की परमिशन दे दी गई है। दरअसल, भारत में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। Worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना के अब तक 341,234 मामले आ चुके हैं। 14,746 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मामले चीन और इटली से आए हैं। चीन में अब तक 3,270 और इटली में 5,476 मौतें हो चुकी हैं। भारत में कोरोना के 425 मामले सामने आए हैं। आठ लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 89 मामले सामने आए हैं। वहीं केरल में 67 मामले आ चुके हैं।