भारत में यूपीएससी क्लियर करना अपने आप में सबसे कठीन काम माना जाता है । उसमें भी अगर आपने आइएएस का पोस्ट ले लिया फिर तो कहने ही क्या । लेकिन इन सभी का एक ही सपना होता है । कुछ ऐसा करने का जिससे समाज में सकारात्मक मैसेज जाए और वो समाज के लिये कुछ अच्छा कर सकें ।
ऐसे ही एक युवा है यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी प्रशांत नागर । उन्होंने भी इसी उद्देश्य से नौकरी की। और अपनी शादी में जो मिशाल पेश किया वो हरेक युवा के लिये प्रेरणास्त्रोत है । सबको इसपर अमल करना चाहिये ।
वर्तमान में प्रशांत अयोध्या में जॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं। उन्होनें अपनी शादी में लड़की पक्ष से मात्र 101 रुपये ख़र्च करवाए । शगुन में केवल 101 रुपये लेकर प्रशांत ने दिल्ली की रहने वाली डॉ. मनीषा भंडारी के साथ शादी की । उनके इस शादी के चर्चे अब दूर-दूर तक हो रहे हैं । न केवल उन्होंने दहेज मुक्त शादी की अपितु शादी में कोविड नियमों का पालन भी बहुत अच्छे से किया। इस शादी में सिर्फ 11 बाराती ही शामिल हुए।
एनबीटी की खबर के अनुसार, जॉइंट आईएएस प्रशांत नागर ने मई महीने में कोरोना के कारण अपनी मां को खोया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पिता दहेज के ख़िलाफ़ हैं. उन्होंने उनकी बहन की शादी में भी बिना दहेज दिए ही की थी. अच्छी बात यह है कि प्रशांत की बहन की शादी भी मात्र 101 रुपये शगुन देकर ही हुई. प्रशांत के पिता रणजीत नागर का मानना है कि शादी में फ़िजू़ल ख़र्च करने से अच्छा है कि इन पैसों से अन्य जरूरमंद कन्याओं के विवाह में मदद की जाए.
आईएएस प्रशांत की बहन की शादी में ही उनके पिता ने यह संकल्प लिया था कि वह अपने बेटों की शादी में भी दहेज नहीं लेंगे । लव मैरिज करने वाले प्रशांत व मनीषा ने शादी के 7 वचनों के अलावा आठवां वचन ये लिया है कि वे अपनी नौकरी के दौरान कभी भी रिश्वत नहीं लेंगे । यह प्रत्येक युवाओं के लिये एक प्रेरणामंत्र है । अगर सभी युवा इसे अपने जीवन में उतार लें तो देश की सूरत बदल जाएगी । .