सरकारी बैंकों की विलय प्रक्रिया के खिलाफ बैंकिंग कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा होने वाली हड़ताल स्थगित हो गई है। बता दें कि कर्मचारियों और अधिकारियों ने 26 सितंबर से दो दिनों तक हड़ताल का एलान किया था।
बता दें कि इस हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइेशन बैंक ऑफिसर्स शामिल थे।
बातचीत के बाद हड़ताल टली
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के अधिकारियों समेत अन्य बैंक कर्मचारियों के संगठन के प्रतिनिधियों ने सोमवा को वित्त सचिव से मुलाकात की । इस बैठक में बैंकों के विलय की प्रक्रिया, वेतन संशोधन समेत कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई । वित्त सचिव ने उनकी मांगों को गंभीरता से लिया और एक कमेटी बनाने का आश्वसन दिया जो सभी महत्वपूर्ण मसलों पर विचार करेगी। प्रतिनिधियों ने कहा कि वित्त सचिव ने पूर्वनिर्धारित बैंक हड़ताल को स्थगित करने की अपील की।
हड़ताल की वजह से लोगों को चार दिन तक परेशानी का सामना करना पड़ता। दो दिन बैंक कर्मचारियों-अधिकारियों की हड़ताल और दो दिन शनिवार और रविवार के अवकाश की वजह से बैंक चार दिन बंद रहते। बैंकों की विलय प्रक्रिया के खिलाफ ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन ने कहा था कि हम सरकार के विलय के कदमों का विरोध करते हैं।
चार बैंक यूनियनों से बुलाई थी हड़ताल
बैंकिंग सेक्टर के चार ट्रेड यूनियन संगठनों ने 25 सितंबर की आधी रात से 27 सितंबर की मध्यरात्रि तक हड़ताल बुलाई थी। जिसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइेशन बैंक ऑफिसर्स शामिल थे।
बैंकों के विलय के विरोध में यूनियन
गौरतलब है कि पिछले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों के विलय का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि सरकारी क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय करके 4 बैंक बनाए जाएंगे। सरकार के इस फैसले का बैंकिंग सेक्टर के अलग-अलग ट्रेड यूनियन विरोध कर रहे हैं। यूनियनों का कहना है कि इससे हजारों नौकरियां जाने के साथ ही नॉन परफार्मिंग असेट (NPA) भी बढ़ेगा।