पेट्रोल पम्प पर तेल भरवाने के बाद अगर आप इस अरमान से कार्ड निकालकर बढ़़ाते हैं कि आपको छूट मिलने वाला है तो सावधान हो जाइये । सरकार के नए नियम से अब यह छूट बंद होने वाली है ।
डिजिटल इंडिया, डिजिटल पेमेंट, और कैशलेश सोसाइटी इन टर्म्स को एक झटका लगा है। पेट्रोल पंप पर क्रेडिट कार्ड पेमेंट से पेमेंट करने पर जो कैशबैक मिलता था, वो अब खत्म हो गया है । अभी तक इसपर 0.75 फीसद की छूट मिलती थी । बैंकों ने तो इसके लिए बाकायदा कस्टमरों को मैसेज भी भेज दिए हैं । ये बदलाव 1 अक्टूबर से लागू होगा । हालांकि कार्ड के अलावा अन्य जो डिजिटल पेमेंट हैं, उन पर छूट जारी रहेगी ।
कैशबैक की शुरुआत वर्ष 2016 के आखिर में हुई थी । नोटबंदी के तुरंत बाद । तब सरकार नए-नए तरीके निकाल रही थी कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए । इसी कड़ी में पेट्रोलियम कंपनियों इंडियन आयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) को ईंधन की खरीद के लिए कार्ड से भुगतान पर 0.75 फीसद की छूट देने का निर्देश दिया गया था । क्रेडिट-डेबिट कार्ड और ई-वॉलेट के जरिये 0.75 फीसद की छूट की ये योजना दिसंबर, 2016 में शुरू हो गई थी । पर अब करीब ढाई साल बाद इसे बंद किया जा रहा है।
तीनों सरकारी तेल कंपनियों के विक्रेताओं ने 2018-19 में ई-भुगतान पर छूट देने और एमडीआर के रूप में बैंकों को भुगतान करने के रूप में 2,000 करोड़ रुपये दिए थे । 2017-18 में यह आंकड़ा 1,431 करोड़ रुपये रहा । इसमें से खुदरा विक्रेताओं ने ई-भुगतान पर छूट के रूप में 1,165 करोड़ रुपये और एमडीआर के रूप में बैंकों को 266 करोड़ रुपये का भुगतान किया था । पिछले साल अगस्त में तेल कंपनियों ने सभी फ्लीट ग्राहकों के लिए छूट को 0.75 फीसदी से 0.25 फीसदी कर दिया था ।
इनपुट के साथ द लल्लनटॉप से साभार