वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था में सुधार के संदर्भ में कहा कि केंद्र सरकार अगले एक महीने में विभिन्न बुनियादी ढांचा से जुड़ी परियोजना में श्रृंखलाबद्ध तरीके से 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वित्त मंत्री का यह ऐलान शुक्रवार को जारी आंकड़ों के बाद आया है, जिनके मुताबिक जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 4.5 प्रतिशत तक गिर चुकी है। बता दें 2013 के बाद से यह देश की सबसे कमजोर आर्थिक विकास दर है।
बताया जा रहा है कि अधिकारियों का एक समूह ऐसी परियोजना के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहा है जिसमें फंड उपलब्ध होते ही सबसे पहले निवेश किए जाने की जरूरत है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘यह कार्य लगभग पूरा हो गया है। 15 दिसंबर से पहले हम कम से कम दस परियोजनाओं में निवेश की घोषणा करने में सक्षम होंगे।’
बता दें, पीएम मोदी 2014 में अर्थव्यवस्था में सुधार और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के वादे के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन संरचनात्मक सुधारों की कमी के कारण वह इन लक्ष्यों को पूरा करने में नाकाम रहे।
हालांकि तमाम आर्थिक चुनौतियों और नोटबंदी जैसी घोषणा के बाद भी 2019 में पीएम मोदी दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब रहे। इसके बाद उन्होंने आर्थिक विकास को गति देने के लिए कई कदम उठाए, जिसमें कॉरपोरेट टैक्स में कटौती और सरकारी फर्मों का निजीकरण करना भी शामिल है। हालांकि देश में जारी आर्थिक मंदी के लिए घरेलू खपत का कमजोर होना माना जा रहा है और कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि मौजूदा मंदी अगले दो साल तक बनी रह सकती है।