स्विट्जरलैंड में चल रही है वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 50वीं सालाना बैठक में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष यानी आईएमएफ (IMF) की चीफ क्रिस्टालिना जियॉर्जिवा (IMF Chief Kristalina Georgieva) ने कहा हैं कि भारत में आर्थिक सुस्ती कुछ दिनों के लिए है। आने वाले समय में फिर से तेज आर्थिक ग्रोथ की उम्मीद कायम है। आपको बता दें कि इसी हफ्ते, आईएमएफ ने वर्ष 2019 के लिये भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम करके 4।8 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ का कहना है कि साल 2020 में वैश्विक वृद्धि में तेजी अभी अनिश्चित है। उन्होंने इसकी वजह ये बताई है कि ब्राजील, भारत और मेक्सिको जैसे देश क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।
क्रिस्टालिना जियॉर्जिवा ने कहा कि अक्टूबर 2019 के मुकाबले, जनवरी 2020 में दुनियाभर की अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में है। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील के पहले चरण पर सहमति बनना दुनिया के लिए बेहतर है। उन्होंने कहा, 3।3 फीसदी की ग्लोबल आर्थिक ग्रोथ दुनिया के लिए बेस्ट है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2020 की बैठक में बोलते हुए गीता गोपीनाथ ने कहा कि ऐतिहासिक तौर पर ग्लोबल ट्रेड में हमेशा से एक करेंसी का दबदबा रहा है। दुनियाभर में एक समय तक ब्रिटिश पाउंड का इस्तेमाल कारोबारी लेनदेन के लिए होता था।
मौजूदा वक्त में डॉलर का इस्तेमाल हो रहा है। अगर आप दोबारा से डॉलर के दबदबे को रिजर्व कर देत हैं, तो इसका असर यूरो और अन्य तीन फैक्टर पर पड़ेगा। मॉनिटरी पॉलिसी का ट्रांसमिशन अमेरिका से पूरी दुनिया की तरफ होगा। साथ ही अन्य चीजें भी प्रभावित होंगी।