कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown 3) की मियाद बढ़ाने से पहले दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष ट्रेनें चलाकर उन्हें गृह राज्य पहुंचाने का निर्देश दिया है। रेलवे की तरफ से चलाई जा रहीं इस स्पेशल ट्रेनों को ‘श्रमिक स्पेशल’ का नाम दिया गया। ये ट्रेनें केवल प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जा रही हैं, जो लॉकडाउन के कारण अपने गृह राज्य जाना चाहते हैं।
गृह मंत्रालय (MHA) ने रेल मंत्रालय द्वारा चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों से देश भर में विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों की आवाजाही की अनुमति देने का आदेश जारी किया था। रेल मंत्रालय इन लोगों की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समन्वय के लिए नोडल अधिकारी बनाए हैं।
इसके अलावा रेल मंत्रालय ने टिकटों की बिक्री, रेलवे स्टेशनों एवं रेल प्लेटफॉर्मों पर तथा ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करने और अन्य सुरक्षा उपायों पर अमल के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किया। इसके बाद लोग स्टेशनों पर पहुंचने लगे। इस बाबत रेलवे ने एक अपील जारी की है।
पश्चिम रेलवे की ओर से किये गये एक ट्वीट में कहा गया है कि सभी लोग स्टेशन ना आए। सिर्फ वही लोग आएं जो लोग रजिस्टर्ड है और जिन्हें उनके राज्य सरकार से अनुमति मिली है। पश्चिम रेलवे की ओर से किये गये ट्वीट मे ंकहा गया है कि ‘कृपया ध्यान दें -विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों द्वारा रजिस्टर्ड तथा नामित व्यक्तियों के लिए ही प्लान की जा रही हैं। कोई भी व्यक्ति किसी भी कारण से रेलवे स्टेशनों पर नहीं आए। किसी को भी व्यक्तिगत रूप से रेल टिकट नहीं दिए जाएंगे और ना ही कोई व्यक्तिगत अनुरोध स्वीकार किया जाएगा।’
रेलवे ने ट्वीट कर कहा है कि ’17 मई तक सभी मेल/एक्सप्रेस/सबर्बन आदि यात्री गाड़ियां निरस्त हैं। विभिन्न स्थानों पर रुके श्रमिकों,स्टुडेंट,श्रद्धालुओं आदि के लिए विशेष ट्रेनें राज्य सरकारों के अनुरोध पर, केवल उनके द्वारा रजिस्टर/नामित लोगों के लिए ही प्लान होंगी।अतः राज्य सरकारों के नोडल अधिकारी से संपर्क करें।’
रेलवे ने दी थी यह जानकारी
शुक्रवार को रेलवे ने जानकारी दी थी कि लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।
मानक प्रोटोकॉल्स के अनुसार इन फंसे हुए लोगों को भेजने वाली और उनकी रिसीव करने वाली संबंधित दोनों राज्य सरकारों के अनुरोध पर ये विशेष रेलगाडि़यां एक जगह से दूसरी जगह के बीच चलेंगी। यात्रियों को भेजने वाले राज्यों द्वारा उनकी जांच की जाएगी और यात्रा की अनुमति केवल उन्हीं लोगों को दी जाएगी जिनमें कोई लक्षण नहीं पाया जायेगा।
कहा गया था कि भेजने वाली राज्य सरकारों को इन लोगों को ट्रेन में बिठाने के लिए निर्धारित रेलवे स्टेशन तक सैनिटाइज्ड बसों में बैठाकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए जत्थों में लाना होगा। प्रत्येक व्यक्ति के लिए फेस कवर लगाना जरूरी होगा। भेजने वाले राज्यों द्वारा शुरुआती स्टेशन पर उनके लिए भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
Input : News18