भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। अब तक देश में 28390 कोविड-19 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। 886 लोग जान भी गंवा चुके हैं। हालांकि, अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना के संक्रमण फैलने की गति अभी भी काफी धीमी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि जो लोग कोरोना के संदिग्ध हैं या जिनमें इस महामारी के हल्के लक्षण हैं, उन्हें घर पर ही क्वारंटाइन किया जा सकेगा।
सोमवार को देर रात इस बारे में दिशा-निर्देश जारी किए गए। निर्देश में कहा गया है कि यदि कोरोना का संदिग्ध व्यक्ति और हल्के लक्षणों वाले रोगियों के पास घर में एकांतवास में रहने की जगह है और उनके साथ चौबीसो घंटे देखरेख करनेवाले कार्मिक उपलब्ध हैं, तो घर में वह पृथक वास में रह सकेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इसके लिए रोगी को खुद आकर अपने बीमारी की जानकारी देनी होगी और ये बताना होगा कि वह अपनी मर्जी से घर पर ही आइसोलेट होना चाहता है। अभी तक के नियमों के हिसाब से संदिग्ध रोगियों और हल्के लक्षणों वालों को कोविड केयर सेंटर में रखने का प्रावधान है। आइसोलेशन की अवधि दो हफ्ते से चार हफ्ते है। अगर रोगी का इलाज करने वाले डॉक्टर जांच के बाद लिख देंगे कि अब वह संक्रमण मुक्त है, तो वह आइसोलेशन से बाहर आ सकते हैं।