देशभर में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। कई अस्पतालों के डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी भी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। झारखण्ड के रिम्स अस्पताल में इलाज करा रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।
यह खबर आते ही लालू प्रसाद यादव को पैरोल देने की मांग फिर जोर पकड़ने लगी है। मंगलवार को जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि, “जब माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार जेलों से कैदियों को पैरोल पर रिहा किया जा रहा है। तो लालू प्रसाद यादव को पैरोल पर रिहा क्यों नहीं किया जा सकता?”
मैंने पहले ही कहा था कि लालू जी को झारखंड सरकार फरलो पर रिहा कर दे।
वह उम्रदराज हैं,कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं। करोना वायरस उनके लिए घातक हो सकता है।
अब उनके डॉक्टर करोना संदिग्ध बताए जा रहे हैं। लिहाज़ा @HemantSorenJMM जी कृप्या उनका टेस्ट करवाकर,उन्हें उनके घर भेज दें।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 28, 2020
जाप अध्यक्ष ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पैरोल के लिए अपील करते हुए कहा कि, “मैं हेमंत सोरेन जी से आग्रह करता हूं कि लालू यादव जी की उम्र और खराब सेहत को देखते हुए उन्हें 24 घंटे के भीतर पैरोल पर रिहा किया जाए। अगर देर हुई तो लालू जी की तबीयत और खराब हो सकती है।”उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि
लालू यादव जी बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। ऐसे समय मे जब महामारी लोगों के घरों में प्रवेश कर रही हैं। लालू यादव जैसे व्यक्ति के जीवन के सुरक्षा के लिए उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए।