महिलाएं 30 जून तक जन-धन के निष्क्रिय खातों से भी केंद्र सरकार द्वारा मार्च, अप्रैल और मई में प्रति खाते 500-500 की दर से भेजी गई कोरोना राहत की राशि की निकासी कर सकेंगी। यह जानकारी उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दी। उन्होंने कहा कि बिहार की 2 करोड़ 33 लाख महिलाओं के जन-धन खाते में पहली किस्त के तौर पर 1165 करोड़ रुपए भेजे जा चुके हैं। जन-धन खाता शून्य बैलेंस पर खोला गया है। सभी खाताधारकों को 2 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा, रुपे कार्ड और बिना किसी बंधक के 10 हजार तक कर्ज लेने की सुविधा भी दी गयी है।
मोदी ने कहा कि कतिपय शिकायतों के बाद बैंक की शाखाओं व ग्राहक सेवा केंद्र को केंद्र सरकार व आरबीआई ने निष्क्रिय व बिना केवाईसी वाले खातों से भी 30 जून तक राशि की निकासी की छूट देने का निर्देश दिया है। बिहार की करीब 60 प्रतिशत जन-धन खाताधारक महिलाओं ने पहली किस्त की राशि की निकासी कर ली है। शेष 40 प्रतिशत महिलाएं भी सुविधानुसार अपने खातों से राशि निकाल सकती हैं। स्टेट बैंक के 91.80 लाख खातों में राशि भेजी गयी, जिनमें से सर्वाधिक 70.32 लाख महिलाएं, बैंक आॅफ बड़ौदा के 21.18 लाख खातों में से 10.61 लाख व सेंट्रल बैंक के 19.57 लाख खातों में से 10.14 लाख महिलाओं ने 20 अप्रैल तक राशि की निकासी कर ली है।
भाजपा ने विपक्ष से कहा- सरकार के सकारात्मक काम भी देखें
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार हर मोर्चे पर बेहतर कार्य कर रही है। राबड़ी देवी को इन सकारात्मक कार्यों को भी देखना चाहिए। प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि तेजस्वी यादव भावनाओं के माध्यम से लोगों को इस महामारी से बचाने की बजाय उन्हें संक्रमित करने की कोशिश में लगे हैं। सरकार सवाल उठाने के पहले तेजस्वी बताएं कि त्रासदी के वक्त उन्होंने कितनों की मदद की?