भागलपुर के मायागंज अस्पताल में पीजी की पढ़ाई कर रहा एक डॉक्टर के बुधवार को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी मिलते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव पाया गया डॉक्टर अस्पताल के कई जूनियर औऱ सीनियर डॉक्टर के संपर्क में था। इतना ही नहीं वह कोरोना एससीएच आइसोलेशन वार्ड से लेकर इमरजेंसी तक ड्यूटी करता रहा। पीजी डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल के डॉक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मी दहशत में हैं।
मायागंज अस्पताल प्रशासन इसके संपर्क में आए लोगों की तलाश करने में जुट गया है। अनुमान के अनुसारअस्पताल प्रशासन-प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारी समते सीनियर और जूनियर डॉक्टर, नर्स व अटेंडेंटकी कुल मिलाकर 100 से अधिक संख्या होगी। अब तेजी से डॉक्टर के संपर्क में आए लोगों का चेन पता किया जा रहा है।
वहीं बताया जा रहा है कि इस पीजी डॉक्टर ने 10 दिन पहले अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी की थी। उस समय वहां कोरोना के चार मरीज भर्ती थे। खबर के मुताबिक कोरोना पॉजिटिल मरीजों को पूरी तरह से स्वस्थ्य होने के बाद इन मरिजों को डिस्चार्ज स्लिप भी इसी पिजी डॉक्टर ने बनाया था। हो सकता है इसी दौरान यह कोरोना की जद में आ गया हो।
वहीं खबर के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को इस डॉक्टर ने इमरजेंसी ड्यूटी भी की थी। बुधवार को भी इसकी ड्यूटी सुबह में अस्पताल के एमसीएच कोरोना आइसोलेशन वार्ड में लगी थी। इसने करीब आधे घंटे तक वार्ड में ड्यूटी भी किया था। लेकिन इसकी जानकारी मिलते ही वार्ड के पदाधिकारियों ने इसे जांच रिपोर्ट आने तक ड्यूटी करने से मना कर दिया था। इसके बाद वह हॉस्टल चला गया था।