जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा पुलिसकर्मी को उठक बैठक कराने के मामले पर अब राजनीति शुरु हो गई है। राजद ने इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला है। राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सीधे-सीधे नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए बिहार डीजीपी से सवाल किया है।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा है डीजीपी साहब क्या ऐसे में बिहार पुलिस का मनोबल कैसे ऊंचा होगा। उन्होंने आरोप लगाया की इस अधिकारी का सत्ता के गलियारे में बड़ी पहुंच है और इसी वजह से उसने ऐसा काम किया है। राजद प्रवक्ता ने पुलिसकर्मियों के साथ इस तरह के बर्ताव करने वाले अधिकारी पर तत्काल कार्रवाई की मांग किया है
बता दें बिहार पुलिस के एक जवान का उठक बैठक वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। अररिया के कृषि पदाधिकारी सरेआम एक बिहार पुलिस के होमगार्ड को बीच सड़क पर उठक बैठक करवा रहे हैं।
गाड़ी चेक करने पर बमक गए कृषि पदाधिकारी
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले सिपाही ने बैरगाछी के पास कृषि विभाग के वाहन से पास की मांग की थी। पास नहीं होने पर सिपाही ने जुर्माना देने की बात कही थी। सिपाही का बस इतना कहना था कि कृषि पदाधिकारी गाड़ी से उतरे और सड़क पर ही सिपाही से उठक बैठक करवाने लगे। कृषि पदाधिकारी की हनक और गुस्सा यहीं समाप्त नहीं हुआ है। पद का रुवाब इतना टाइट था कि बीच सड़क पर ही पैर छूकर माफी मांगने का आदेश दिया।
यही वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। लॉकडाउन के बीच बिहार पुलिस दिन रात सड़क पर खड़ी है। ऐसे में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय कई बार पुलिस के जवानों की तारीफ भी कर चुके हैं लेकिन ऐसे तस्वीरें क्या बिहार पुलिस के मनोबल को बढ़ाएंगी? मुश्किल हालत में जनता की सेवा करने वाली बिहार की पुलिस के लिए यह तस्वीर किसी भी नजरिये से ठीक नहीं है। सूबे के आला अधिाकारियों को इस शर्मनाक वायरल वीडियो पर संज्ञान लेना चाहिए ताकि हमारे बिहार पुलिस के जवानों का मनोबढ़ घट न सके।
विवेकानंद की रिपोर्ट वाया न्यूज फॉर नेशन