प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक रुपया, दो रुपये, पांच रुपये, दस रुपये और बीस रुपये के नये सिक्के जारी किये गए,जिससे दृष्टिहीन लोगो को पहचानने में मदद मिलेगी। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब बीस रुपया का सिक्का जारी होगा।
चालू वित्त वर्ष में सिक्कों की खनखनाती दुनिया में 20 रुपये के सिक्के की खनक भी शामिल हो जाएगी। मार्च 2019 में नेत्र दिव्यांगों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी किए गए सिक्कों की सीरीज में शामिल 20 रुपये का सिक्का जल्द ही आम प्रचलन में आ जाएगा।
मुंबई, कोलकाता, नोएडा और हैदराबाद स्थित टकसालों में इनका निर्माण हो रहा है। मुंबई टकसाल ने भारतीय रिजर्व बैंक को करीब दस लाख सिक्कों की खेप दे दी है। माना जा रहा है कि जल्द ही सिक्के क्षेत्रीय कार्यालयों में पहुंच जाएंगे और वहां से बैंकों के लिए जारी होंगे।
पिछले वर्ष दृष्टिबाधित दिव्यांगजन मैत्री सीरीज के तहत बनाए गए सिक्कों का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इनमें एक रुपये, दो रुपये, पांच रुपये, 10 रुपये और 20 रुपये के सिक्के शामिल थे।
इस सीरीज के सभी सिक्के एक ही डिजाइन के हैं और इनमें से दो, पांच और 10 रुपये के सिक्के प्रचलन में हैं। अब 20 रुपये का सिक्का प्रचलन में लाया जा रहा है।
12 फलक वाले 20 रुपये के सिक्के की गोलाई 27 मिलीमीटर है। दो डिस्क में तैयार इस सिक्के का कुल वजन 8.54 ग्राम है। सिक्के की बाहरी डिस्क 65 फीसद तांबा, 15 फीसद जस्ता, 20 फीसद निकिल के मिश्र धातु से बनी है और बेहद हल्के सुनहरे रंग में है जबकि अंदरूनी डिस्क 75 फीसद तांबा, 20 फीसद जस्ता और पांच फीसद निकिल के मिश्रधातु से तैयार की गई है।
सिक्के के मुख्य भाग पर देश की कृषि प्रधान भाव को दर्शाने वाले अनाज का डिजाइन है और हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में 20 रुपये लिखा है। सिक्के के दूसरे पहलू पर अन्य सिक्कों की तरह अशोक स्तम्भ और उसके नीचे सत्यमेव जयते लिखा है।
अशोक स्तंभ के दायें तरफ हिंदी में ‘भारत’ और वाम भाग में अंग्रेजी में ‘इंडिया’ लिखा है। भारत सरकार की चारों टकसाल, मुंबई, कोलकाता, नोएडा और हैदराबाद इनका निर्माण कर रही हैं।