बिहार से बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि प्रशासन की आंख में धूल झोंकने के लिए तरह-तरह के हत्थकंडे अपनाए जा रहे हैं. इस बीच एक नये मामले ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है. ग्रामीणों ने दावा किया है कि कोरोना जांच से बचने के लिए तबलीगी जमात के लोग जंगलों में जाकर छिप रहे है ।
निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल हुए कई जमातियों के कजरा जंगल में छिपे होने की चर्चा जोरों पर है. शिवडीह के ग्रामीणों ने धावा बोल एक एक शख्स को पकड़ लिया है. न्यूज पोर्टल FIRST BIHAR में प्रकाशित खबर के अनुसार उसके साथ के बाकी लोग भाग निकले. ग्रामीणों का कहना है कि यह मरकज में शामिल हुए जमाती है.
लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है.पकड़े गए शख्स ने ग्रामीणों सिर्फ इतना बताया है कि वह नवादा का रहने वाला है. ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस नहीं पहुंची पाई. खुद ऐसे संदिग्धों के पास जाने से पुलिस बच रही है. जबतक उसके पास पीपीटी किट न हो.
कई दिनों से जंगल में थे : ग्रामीणों बताया कि उनलोगों को सूचना मिली थी कि पांच की संख्या में लोग जंगल में रह रहे हैं. जब ग्रामीण पहुंचे तो सभी वहां से फरार होकर शिवडीह एरिया में भाग निकले. जिसके बाद फिर ग्रामीणों ने शिवडीह में सभी को घेरा, लेकिन एक पकड़ा गया और बाकी फरार हो गए. फिलहाल यह पुलिस के जांच का विषय है कि क्या फरार और पकड़ा गया शख्स जमाती है. जिसके बारे में ग्रामीण दावा कर रहे हैं.
अगर ऐसे में है भी तो दोनों को ही खतरा है. बता दें कि जमात में शामिल हुए लोगों के बारे में आईबी पहले ही बिहार पुलिस को बता चुकी थी. जिसके बाद कई जगहों पर छापेमारी हुई. कुछ जमाती पकड़े भी गए. बता दें कि तब्लीगी जमात में हजारों लोग शामिल हुए थे. उसमें करीब 1200 से अधिक कोरोना पॉजिटिव निकले. ये जहां भी गए वहां पर कोरोना संक्रमण बढ़ता गया. ऐसे में इनलोगों को खोज-खोज कर कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है.