प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पॉजिटिव केस की संख्या 5000 के पार चली गई है। ऐसे में 14 अप्रैल को देश में जारी लॉकाउन को हटाना संभव नहीं है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यस में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने यह बात कही है। इस संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने संपूर्ण लॉकडाउन पर चर्चा की। आपको बता दें कि कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाने की अपील प्रधानमंत्री से की है।
सांसदों के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘देश में स्थिति ‘सामाजिक आपातकाल’ के समान है इसके लिए कड़े फैसलों की जरूरत है और हमें सतर्क रहना चाहिए। राज्यों, जिला प्रशासन और विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया है।’ इससे तो अब एक बात स्पष्ट लगने लगा है कि देश में लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ने वाली है। हालांकि इसका स्वरूप यही रहेगा या फिर इसमें कोई तब्दीली की जाएगी, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है।
इस बैठक के बाद लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन बढ़ा सकते हैं।
लोजपा नेता चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में उन्होंने अपने शब्दों में कहा कि जितनी जानकारी और जितने सुझाव उनके पास आ रहे हैं, वो अभी इस तरफ दर्शा रहे हैं कि देशहित में अभी लॉकडाउन को आगे जारी रखना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से ही कहीं न कहीं हम लोग इस बीमारी को इतने बड़े देश में सीमित रख पाए हैं। उनकी बातों से कहीं न कहीं ये आभास हुआ है कि शायद इस लॉकडाउन को आगे जारी रखने का फैसला सरकार ले सकती है।
प्रधानमंत्री ने बुधवार को लोकसभा और राज्यसभा के नेताओं के साथ बातचीत की। इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा में 5 सदस्यों से अधिक सांसदों वाली पार्टियों के नेताओं से उन्होंने बात की। इससे पहले पीएम अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर चुके हैं। इनमें मेडिकल, मीडिया, समाजसेवा, बिजनेस समेत अन्य तबकों के कई लोग शामिल रहे हैं।