वीरचंद्र पटेल पथ स्थित परिवहन विभाग (सुल्तान पैलेस) के कार्यालय के आसपास रविवार को उस समय हडकंप मच गया जब 500 से ज्यादा आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र व पैन कार्ड सड़क किनारे लावारिस हालत में मिले। इन आधार कार्डों की सूचना स्थानीय लोगों ने कोतवाली थाने की पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लावारिस आधार व वोटर आइडी कार्डो को कब्जे में ले लिया और कागजी कार्यवाही कर संबंधित थाना में जमा करा दिया। वहीं, मामले की जानकारी जब उच्च स्तरीय पुलिस अधिकारियों को मिली तो उन्होंने जांच के आदेश दिये हैं।
जिस बैग में मिले आधार कार्ड, उसमें रखी थी शराब की बोतलें
आधार व वोटर आइडी कार्ड एक काले रंग में लावारिस हालत में पड़े मिले हैं। खास बात तो यह है कि जिस बैग में कार्ड मिले हैं, उसमें महंगी शराब की तीन बोतलें भी रखी हुई थी। वहीं, पुलिस ने जब सभी कार्डों की जब्ती सूची बनायी तो कुल 541 आधार कार्ड, करीब 700 से अधिक वोटर आइडी व आधा दर्जन पैन कार्ड मिले। भारी मात्रा में पहचान पत्र को फेंके जाने की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी है। स्थानीय लोगों की वहां भीड़ इकट्ठी हो गयी। पुलिस ने वहां से लोगों को हटाया और वोटर आइडी कार्ड को अपने कब्जे में ले लिया।
आधार कार्ड में नेताओं के भी मिले नाम
बताया जा रहा है कि जब्त आधार कार्ड में करीब आधा दर्जन नेताओं के भी नाम मिले हैं। इनमें अलग-अलग पार्टी के सक्रिय नेता शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक इसमें आरजेडी के पूर्व एमएलसी मोहम्मद खुर्शीद मोहसिन का भी आधार कार्ड पाया गया है। उल्लेखनीय है कि मोहम्मद खुर्शीद का 11 जनवरी 2019 का निधन हो गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि जिस नेता का निधन एक साल पहले हो गया था, उसका आधार कार्ड लावारिस बैग में कैसे आया। बैग में शराब की बोतल मिलने से रहस्य और गहरा गया है। यहां बता दें कि आधार कार्ड को आम आदमी की पहचान माना जाता है। किसी भी डॉक्यूमेंट को बनवाने के लिए आधार कार्ड जरूरी माना जाता है। किसी को नहीं पता था कि इन आधार कार्डों को कौन और क्यों यहां फेंक कर गया है।