कोरोना का डर घर से निकलकर अब भगवान की चौखट तक पहुंच गया है। कल तक जिस मंदिर मस्जिद में लाखों लोगों की भीड उमडत थी वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है। प्रशासनिक आदेश के बाद यहां भी एहतियात बरते जा रहे हैं।
कोरोनावायरस अब भक्तों और भगवान के बीच भी आ गया है। बोधगया के महाबोधि मंदिर में भक्तों के बीच एक मीटर का फासला रखने का आदेश दिया गया है। गया के डीएम अभिषेक कुमार ने यह निर्देश दिया। उधर, भारत-पाक सीमा पर मौजूद करतारपुर कॉरिडोर सोमवार से श्रद्धालुओं के लिए बंद हो जाएगा। पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाला करतारपुर कॉरिडोर सोमवार से बंद हो जाएगा।
वहीं, माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड ने एनआरआई, विदेशी नागरिकों और हाल में विदेश से लौटे भारतीयों से 28 दिन के आइसोलेशन से पहले यात्रा पर नहीं आने को कहा है। शिर्डी के साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने भक्तों को मंदिर आने से मना किया है। स्वामीनारायण संप्रदाय ने दुनियाभर में अपने मंदिर बंद कर दिए। अगले आदेश तक वहां सभी गतिविधियां बंद रहेंगी। एमपी के दतिया स्थित पीतांबरा पीठ में दर्शन रोक दिए गए हैं। दूसरी तरफ, तिरुमला के तिरुपति मंदिर में श्रद्धालु कतारों में खड़े नहीं होंगे। दर्शन के लिए टाेकन दिए जाएंगे। वहीं, वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस ने कहा कि कोरोना के चलते अगले महीने ईस्टर सर्विसेज लोगों की मौजूदगी के बिना होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर रविवार को सार्क देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। मोदी ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ सार्क देश मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि तैयार रहना और परेशान नहीं होना, इस वायरस से लड़ने का हमारा मंत्र रहा है। भारत ने यात्रा प्रतिबंध लगाए, जागरूकता अभियान चलाया और मेडिकल ट्रेनिंग दी। विदेशों में फंसे 1400 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाए। उन्होंने इस लड़ाई के लिए आपात निधि बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि भारत इसमें 74 करोड़ रुपए देगा। पाक पीएम इमरान खान इस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए। उनकी ओर से स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा आए। जफर ने कश्मीर से प्रतिबंध हटाने की मांग की।