जम्मू और कश्मीर मसले पर बुरी तरह बौखलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की रैली में उन्हीं के मुल्क के युवाओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। वजीर-ए-आजम की रैली में उन्होंने ‘इमरान वापस जाओ’ और ‘पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में बनेगा हिंदुस्तान’ के जोर-जोर से नारे लगाए। हालांकि, यह बात वहां की सरकार पचा नहीं पाई और इमरान के नेतृत्व वाली हुकूमत ने उन सभी युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीओके के तहत आने वाले मुज्जफराबाद में खान की रैली में युवाओं ने पीएम के खिलाफ नारेबाजी की थी, जिसे लेकर उन सभी पर एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल, शुक्रवार को पीएम खान ने रैली के दौरान स्थानीय लोगों का समर्थन हासिल करने की कोशिश की थी।
उन्होंने पीओके के लोगों को उकसाते हुए कहा था, “जम्मू और कश्मीर के लोग अपने अधिकारों के लिए आगे आएं।” पाक पीएम ने आगे झूठ का पुलिंदा गढ़ते हुए कहा- भारत जम्मू-कश्मीरवासियों पर लगातार दबाव डाल रहा है, जबकि उनकी (पाक) सरकार हर मंच पर इसके खिलाफ आवाज उठाती रहेगी।
जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान खत्म होने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते बेहद तल्ख हैं। भारत ने कश्मीर को आंतरिक मुद्दा बताया है, जबकि पाक इसे लेकर अपनी चिड़चिड़ाहट काबू नहीं कर पा रहा है। यही वजह है कि पीएम इमरान खान हर मंच पर यह मसला उठा रहे हैं और कश्मीरियों के सबसे बड़े सगे होने का दावा कर रहे हैं।
‘करतारपुर गलियारा 9 नवंबर से भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा’: पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि बहुप्रतीक्षित करतारपुर कॉरिडोर (गलियारा) नौ नवंबर को भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। पाकिस्तान ने यह ऐलान जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लेने के भारत सरकार के फैसले के बाद नयी दिल्ली के साथ बीच उपजे विवाद के बीच किया है। स्थानीय और विदेशी पत्रकार पहली बार लाहौर से लगभग 125 किलोमीटर दूर नरोवाल में प्रस्तावित करतारपुर गलियारे की यात्रा पर गए, इस दौरान यह घोषणा की गई। परियोजना के निदेशक आतिफ माजिद ने दौरे पर आए पत्रकारों को बताया कि अब तक गलियारे का 86 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और इसे नौ नवंबर को खोल दिया जाएगा। (साभार – भाषा इनपुट्स के साथ)