मध्यप्रदेश में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है। नाराज चल रहे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उनके साथ कांग्रेस के बागी विधायक भी अपना इस्तीफा दे सकते हैं। सीएम कमलनाथ से नाराज चल रहे सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। सिंधिया ने खुद ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी दी है।
इस्तीफा देने से पहले सिंधिया दिल्ली में सुबह अपने आवास से निकलकर सीधे गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे और इसके बाद शाह के साथ ही वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पहुंच गए। पीएम के आवास पर सिंधिया की बैठक सुबह 10।45 बजे शुरू हुई।
करीब एक घंटे तक पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच बैठक चली। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सिंधिया अमित शाह की कार में बैठकर ही बाहर निकले।
इससे पहले सिंधिया अपने आवास से अकेले खुद कार चलाकर अमित शाह के घर पहुंचे थे, जहां से अमित शाह के काफिले में लोक कल्याण मार्ग पर पीएम आवास पहुंचे। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। पीएम मोदी से मिलने के बाद सिंधिया अमित शाह के साथ एक ही गाड़ी से प्रधानमंत्री आवास से निकल गए हैं।
बीजेपी में होंगे शामिल
सिंधिया आज ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इतना ही नहीं, जिस सम्मान के लिए सिंधिया कांग्रेस में लड़ रहे थे, वो सम्मान उन्हें बीजेपी में दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी राज्यसभा भेज सकती है और इस तरह उन्हें संसद सत्र के बाद कैबिनेट विस्तार कर मोदी सरकार में शामिल किया जा सकता है।
समझिये आकड़ो का गेम
मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। दो विधायकों के निधन के बाद दो सीटें खाली हैं। यानी वर्तमान में विधानसभा की 228 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। जबकि सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को 4 निर्दलीय, 2 बहुजन समाज पार्टी और एक समाजवादी पार्टी विधायक का समर्थन हासिल है। कांग्रेस 121 विधायकों के समर्थन का दावा करती है। लेकिन खबर है कि सिंधिया खेमे के करीब 20 विधायक अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी आसानी से जादुई आंकड़ा हासिल कर सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती है। बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।