इंटरनेट । मानव जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है । न हो तो लगता है जैसे कुछ खो गया है । जमीन में तो वैसे ये हरेक जगह कमोबेश मिल ही जाता है । लेकिन आसमान में बहुत दिक्कत थी । फ्लाईट में यात्रा के दौरान लोगों को ये सुविधा नहीं मिल पाती थी । लेकिन अब सरकार ने भारत में उड़ान के दौरान विमान में वाई-फाई सेवाएं मुहैया कराने की एयरलाइन कंपनियों को इजाजत दे दी है।
पिछले माह टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराने के लिए साझेदारी की घोषणा की थी। तब बताया गया था कि विस्तारा एयरलाइंस के साथ इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। बता दें कि विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त कंपनी है।
सरकार से मिली मंजूरी
इससे पहले दिसंबर में खबर आई थी कि विस्तारा में जनवरी से यात्रियों को इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। नेल्को एक वीसैट सेवा प्रदाता कंपनी है, जिसको सरकार से वीसैट लिंक मिल गया है। केंद्र सरकार ने विस्तारा को स्पेक्ट्रम भी दे दिया है। डाटा मिलने से भी यात्री व्हाट्सएप जैसे एप का इस्तेमाल फोन कॉल करने के लिए कर सकते हैं।
मई में मिली थी मंजूरी
मई 2018 से पहले भारतीय हवाई क्षेत्र में उड़ने वाले प्रत्येक विमान को डाटा या फोन सेवा चलाने की मंजूरी नहीं थी। यात्रा के वक्त यात्रियों को अपना मोबाइल फोन बंद करके या फिर फ्लाइट मोड पर रखना होता था। यह नियम विदेश से आने वाली उड़ानों पर भी लागू था। हालांकि अब दूरसंचार विभाग ने पहले लगाई रोक को हटा लिया है।
नेल्को के सीईओ ने दिया बयान
इस संदर्भ में नेल्को के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सीईओ ) पीजे नाथ ने कहा है कि, ‘हम यह बताकर उत्साहित हैं कि नेल्को देश में लंबे समय से प्रतीक्षित उड़ान ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत कर रही है। विस्तारा इस सेवा से जुड़ने वाली पहली विमानन कंपनी है।’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेल्को ने इस बाबत पैनासोनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन की एक अनुषंगी के साथ साझेदारी की है।