आज पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में वो ऐतिहासिक फैसला कह सुनाया जिसके लिये कई दिनों से ने केवल हिन्दु बल्कि मुसलमान भी आस लगाए बैठे थे । अपने भाषण में उन्होंने आज अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का ऐलान किया । उन्होने जानकारी दी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार एक ट्रस्ट बनाया जाएगा। नाम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र होगा। यही ट्रस्ट मंदिर का निर्माण करेगा। उनके इस घोषणा के साथ ही ट्रस्ट के अन्य 15 सदस्यों का नाम भी सामने आने लगा है । उनमें से एक बिहार के कामेश्वर चौपाल भी होंगे ।
कौन हैं कामेश्वर चौपाल ?
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने 9 नवंबर 1989 में राम जन्मभूमि का शिलान्यास किया था। तब कामेश्वर चौपाल से पहली ईंट रखवाई गई थी। कामेश्वर तब VHP के सदस्य थे। बिहार के सुपौल के कामरैल गांव के रहने वाले थे। दलित समुदाय से आते थे।
शिलान्यास के वक्त कामेश्वर 35 साल के थे। अब 65 के हो चुके हैं। अब बिहार में बीजेपी की स्टेट एग्जीक्यूटिव कमिटी के सदस्य हैं। MLC भी रह चुके हैं। 2014 में सुपौल से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन जीत नहीं मिली थी।
1989 में हुए शिलान्यास के तीस साल बाद 9 नवंबर के दिन ही अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कामेश्वर ने इस फैसले का स्वागत किया था। कहा था,
‘ये एक ऐतिहासिक फैसला है। इससे पूरे विश्व में शांति और सौहार्द का मैसेज गया है। सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन देने का भी फैसला दिया है, हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है।’
30 साल पहले हुए शिलान्यास को कामेश्वर भावुक पल बताते हैं। कहते हैं,
‘हम उस कैंप में रुके थे, जो बिहार से आने वाले लोगों के लिए बनाया गया था। ये फैसला किया गया कि दलित समुदाय के किसी व्यक्ति से ही मंदिर की पहली ईंट रखवाई जाएगी। VHP नेता अशोक सिंघल ने मुझे चुना।’
1989 में जब राम मंदिर के लिए पहली ईंट रखी जानी थी तब पूरे भारत के हिंदू विद्वानों ने कामेश्वर चौपाल के नाम का चयन किया था। इसके पीछे मुख्य वजह ये थी दलित नेता कामेश्वर चौपाल की राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका थी। वह श्रीराम लोक संघर्ष समिति के बिहार प्रदेश के संजोयक और भाजपा के प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं।
जन्म : 24 अप्रील, 1956, ग्राम – पो. – कमरैल, तत्कालीन जिला- सहरसा, वर्तमान- सुपौल ।
पिता : स्व. माली चौपाल
वैवाहिक स्थिति : विवाहित
सन्तान : तीन
शिक्षा : एम. ए. (अर्थशास्त्र) ।
व्यवसाय : कृषि एवं व्यापार
अभिरूचि : स्वास्थ्य एवं समाज सेवा ।
स्थायी पता : राजापुर पुल, गेट न.-27, पो.-जी. पी. ओ., बुद्धा कॉलोनी, पटना ।
वर्तमान पता : आवास सं. 86/40, जवाहरलाल नेहरू मार्ग (बेली रोड), पटना ।
समाजिक एवं राजनीतिक गतिविधयां :
बिरसा सेवा प्रकल्प के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य एवं जागरूकता का कार्य। वनवासी कल्याण केन्द्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद् विद्यार्थी परिषद् आदि संगठनों के माध्यम से सामाजिक सेवा कार्यों की गतिविधियों में योगदान। 1991 से भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश, 1991 में रोसड़ा लोकसभा सुरक्षित क्षेत्र से चुनाव लड़े, 1995 में बखरी विधान सभा सुरक्षित क्षेत्र से चुनाव लड़े, 2000 में पुन: बखरी से लड़े। 7 मई, 2002 को बिहार विधान परिषद् की सदस्यता का शपथ ग्रहण।
(पुरी जानकारी बिहार विधानसभा के पेज से ली गई है)