चीन में कोरोना वायरस के चलते भारत सरकार ने अपने नागरिकों को चीन की यात्रा में सावधानी बरतने को कहा है। सरकार ने नागरिकों को कुछ एहतियाती उपायों का पालन करने के लिए कहा है। इस वायरस से सांस लेने में दिक्कत होती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी इस परामर्श में कहा गया है कि कोरोना वायरस फैलने के बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन चीन की यात्रा करने वालों को सलाह दी जाती है कि वे खेतों, पशुओं के बाजारों, बूचड़खानों में जाने से बचें।
साथ ही लोगों को कच्चे या अधपके मांस खाने से बचने की सलाह दी गई है। यात्रा परामर्श में कहा गया है कि उन लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना चाहिए, जो अस्वस्थ हैं या जिनमें खांसी, नाक बहने जैसे बीमारियों के लक्षण हैं। सांस की समस्या होने पर यात्रियों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है। परामर्श में व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखने, साबुन से अकसर हाथ धोने और खांसने या छींकने पर मुंह ढंकने जैसे शिष्टाचार का पालन करने की सलाह दी गई है।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस सामान्य सर्दी से लेकर गंभीर बीमारियों जैसे मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम और सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम का कारण बनता है। यह जानवरों से इंसानों के बीच स्थांतरित हो सकता है। दो ज्ञात कोरोना वायरस बिल्लियों और ऊंटों के माध्यम से से मनुष्य तक पहुंचे हैं।
लक्षण
कोरोना वायरस के लक्षणों में सांस संबंधी लक्षण, बुखार, खांसी, सांस लेने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। अधिक गंभीर मामलों में, संक्रमण से निमोनिया, गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम, गुर्दे की विफलता और मृत्यु भी हो सकती है।
क्या करें?
संक्रमण को रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोना, खांसने और छींकने पर मुंह और नाक को ढंकना, मांस और अंडे को ।